रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने देश की समुद्री सुरक्षा 'मजबूत और चुनौतियों का सामना करने में सक्षम' करार देते हुए कहा कि समुद्री सुरक्षा से जुड़ी खुफिया सूचना एकत्र करने में मछुआरों की अहम भूमिका हो सकती है. तट रक्षक बल इन्हें 'आंख तथा कान' के रूप में इस्तेमाल कर सकता है. एंटनी ने तट रक्षक बल के कमांडरों के 31वें सम्मेलन में कहा कि समुद्री सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में मछुआरा समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका है.
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस को उन्नत बनाने पर बल देते हुए एंटनी ने कहा कि उनका मंत्रालय देश के समुद्र तटों पर त्रुटि रहित इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस हासिल करने की कोशिश में जुटा है. इसके लिए जल्द ही पहले चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण की परियोजना शुरू की जाएगी.
अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वाह करने के लिए तटरक्षक बल के कर्मचारियों की सराहना करते हुए एंटनी ने कहा कि समुद्री सुरक्षा की बुनियादी संरचना पूरी तरह मजबूत और समुद्र में विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि तटरक्षक बल की सम्पदा तथा क्षमता अगले चार-पांच वर्षो में दोगुनी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कोस्ट गार्ड रीजनल हेडक्वार्टर्स (पूर्वोत्तर) तथा पांच कोस्ट गार्ड स्टेशन स्थापित किए गए हैं. अन्य छह स्टेशनों की स्थापना स्वीकृत की जा चुकी है.
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कोस्ट गार्ड के प्रमुख वाइस एडमिरल एम. पी. मुरलीधरन ने कहा कि तटरक्षक बल वर्ष 2018 तक सतह पर 150 प्लेटफॉर्म हासिल करने का लक्ष्य रखे हुए है.