पाकिस्तान के कराची में नौसेनिक अड्डे पर आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सशस्त्र बलों से अभियान के लिए तैयारी बनाये रखने को कहा. उन्होंने कहा कि भारत का पड़ोस अस्थिरता से गुजर रहा है.
एंटनी ने नौसेना के आला अधिकारियों के अधिवेशन को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि भारत खासतौर पर पाकिस्तान में परमाणु हथियारों की सुरक्षा के संबंध में चिंतित है.
क्या पाकिस्तान में आतंकी हमलों के मद्देनजर भारत वहां परमाणु हथियारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है, संवाददाताओं के इस सवाल पर कहा, ‘‘स्वाभाविक तौर पर ये (परमाणु आयुध) न केवल हमारे लिए बल्कि सभी के लिए चिंता की बात है.’’
उन्होंने सम्मेलन में कहा, ‘‘भारतीय समुद्र तट (आईओआर) और हमारे अस्थिर पड़ोस की चुनौतियां हमारे लिए यह अनिवार्य करती हैं कि हर समय अभियान के लिए तैयारी रखें.’’
एंटनी ने कहा, ‘‘हमारे पड़ोस में हालिया घटनाक्रम ने इस बात को मजबूती से रेखांकित किया है कि हमें लगातार सतर्कता की जरूरत है. नौसेना को समय समय पर अपने अभियान की तैयारी का जायजा लेने की जरूरत है.’’
अधिवेशन में नौसेना प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा, रक्षा सचिव प्रदीप कुमार और नौसेना तथा रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. आला नौसेनिक अधिकारियों ने एंटनी को अपनी तैयारियों से अवगत कराया.
कराची में हमलों के मद्देनजर उन्होंने कहा, ‘‘हमारी रक्षा सेवाएं सभी सावधानी बरत रहीं हैं और पूरे समय तैयार हैं. लेकिन उसी वक्त हम जल्दी में प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते.’’ उन्होंने पाकिस्तान के घटनाक्रम को गंभीर चिंता वाला बताया और निगरानी की बात कही.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के हालात की वजह से नहीं, हम हमेशा ही आतंकवादियों के रडार पर हैं. यह नयी बात नहीं है और इसलिए हमारे सुरक्षा बल हर वक्त सतर्क हैं.’’
थलसेना प्रमुख जनरल वीके सिंह की जन्मतिथि के विवाद पर उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने कानून मंत्रालय के माध्यम से एटार्नी जनरल को अनुरोध भेजा है. मैं आपको बता सकता हूं कि एजी ने अपना विचार कानून मंत्रालय और विधि सचिव के माध्यम से भेजा है.’’