फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने शनिवार शाम इस बात से इनकार किया कि उन्होंने भारतीय संविधान के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी की थी.
इससे पहले उनके खिलाफ संविधान के विरुद्ध कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में महाराष्ट्र विधानसभा में आज विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव रखा गया.
लेकिन खेर ने शाम को अपने बयान में कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ कि महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि मैंने कल टीवी चैनल पर संविधान के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी.’ उन्होंने कहा कि जिस तरह का बयान देने का आरोप लगाया गया है मैं उसे पूरी तरह खारिज करता हूं.
खेर शुक्रवार को अन्ना हजारे के समर्थन में राजधानी दिल्ली स्थित जंतर मंतर गये थे.
उधर महाराष्ट्र विधानसभा में अध्यक्ष दिलीप पाटिल ने कहा कि उन्होंने खेर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव की सदस्यों की मांग मान ली है.
उन्होंने सदस्यों से विशेषाधिकार हनन का नोटिस लिखित में देने के लिए कहा जिसे विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाएगा.
प्रश्न काल के दौरान राकांपा के जितेंद्र अवध ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि उन्होंने टीवी पर देखा कि खेर संविधान के खिलाफ बार बार निंदात्मक बातें कर रहे थे और उन्होंने यहां तक कहा कि वह विधानसभा में उठने वाले मुद्दों की परवाह नहीं करते.
यहां तक कि भाजपा के सुधीर मुनगांतीवर और प्रकाश शेंदगे ने भी खेर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की मांग की जबकि खेर इस पार्टी के करीबी माने जाते हैं. उनकी पत्नी किरन खेर भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थाई आमंत्रित सदस्य हैं.