सीएसडी कैंटीन स्टोर आपूर्ति में कथित अनियमितता के मामले में सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह बुधवार को संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के समक्ष उपस्थित हुए. यह अपने तरह का पहला उदाहरण है.
पीएसी ने कैग की रिपोर्ट के आधार पर सुनवाई के लिए तीनों सेना प्रमुखों को उपस्थित होने को कहा था, जिसमें सीएसडी की ओर से राशन प्रबंधन से जुड़ी आपूर्ति-व्यवस्था में अनियमितता की ओर इशारा किया गया था. जनरल सिंह करीब 11 बजे भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाले पीएसी के समक्ष उपस्थित हुए और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति के समक्ष पक्ष रखा.
वायुसेना प्रमुख पी वी नाइक के बुधवार को बाद में समिति के समक्ष उपस्थित होने की संभावना है. नौसेना का प्रतिनिधित्व नौसेना के उप प्रमुख डी के दीवान करेंगे. क्योंकि नौसेना प्रमुख निर्मल वर्मा रविवार से इंडोनेशिया की चार दिवसीय यात्रा पर हैं. सैन्य बल इस रूख पर कायम हैं कि सेना की ओर से संचालित कैंटिन (यूआरसी) पीएसी के दायरे से बाहर है.{mospagebreak}
नाइक पहले कह चुके हैं कि, ‘‘ हम मानते हैं कि यूआरसी उनके (पीएसी) के दायरे से बाहर है. यह बुनियादी विषय है जिसपर सुनवाई या पूछताछ होगी. हमने उन्हें अपना उत्तर भेज दिया है और देखते हैं कि कल क्या होता है.’’
रक्षा मंत्रालय को इस संबंध में मिले संवाद में तीनों सेना प्रमुखों को पीएसी के समक्ष उपस्थित होने की सलाह दी गई थी. सीएसडी कैंटिन में अनियमितता का उल्लेख करते हुए नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में कहा गया है कि, ‘‘अनाज के संबंध में वर्तमान प्रक्रिया जरूरतों का वास्तविक आकलन करने में विफल रही. यह विफलता मुख्य रूप से प्रणलीगत खामियों के कारण हुई जिसमें विभिन्न मात्रा के लिए अलग अलग मापदंड बनाये गए थे.’’