अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और उनके लापता हेलीकॉप्टर का अब तक पता नहीं चल सका है. मुख्यमंत्री और उनके साथ सवार अन्य लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन फिर से शुरू किया जा चुका है.
24 घंटे होने को आए, लेकिन अब तक पता नहीं चल पाया है कि अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू कहां हैं. उनका हेलीकॉप्टर शनिवार को तवांग से ईटानगर जाते हुए लापता हो गया था. जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, वैसे-वैसे ही मुख्यमंत्री दोरजी और उनके साथ हेलीकॉप्टर में सवार लोगों की सलामती को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. एयरफोर्स की टीम शनिवार को दिनभर उन्हें ढूंढती रही. रविवार सुबह से नए सिरे से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है.
अरुणाचल प्रदेश मुख्यमंत्री दोरजी खांडू का हेलीकॉप्टर दुर्गम पहाड़ों में कहीं गुम हो गया है. शनिवार को कई घंटों के सर्च ऑपरेशन और सेटेलाइट से छानबीन के बाद भी मुख्यमंत्री दोरजी खांडू समेत पांच लोगों को लेकर चले हेलीकॉप्टर एएस 350 बी 3 का कुछ पता नहीं चल रहा है.
लापता हेलीकॉप्टर की तलाश में सेना, वायुसेना के साथ इसरो के सैटेलाइट की भी मदद ली जा रही है. सेना के छह एमआई हेलीकॉप्टर तलाशी अभियान में जुटे हैं, वहीं ग्राउंड सर्च ऑपरेशन भी जारी है. शनिवार सुबह करीब दस बजे दोरजी खांडू तवांग से ईटानगर के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हुए. हेलीकॉप्टर में उनके साथ एक सुरक्षाकर्मी, एक दूर की रिश्तेदार और दो पायलट सवार थे. तय कार्यक्रम के मुताबिक शनिवार दोपहर 11.30 बजे तक उन्हें अरुणाचल प्रदेश के सेलापास में लैंड करना था, लेकिन उड़ान भऱने के करीब आधे घंटे बाद ही उनसे संपर्क टूट गया.
मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर लापता हुआ, तो अरुणाचल से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया. हालांकि हेलीकॉप्टर के गायब होने के 4 घंटे के बाद उसके भूटान के एक गांव में सुरक्षित लैंड करने की भी खबर आई, लेकिन वो गलत साबित हुई.
मुश्किल यह है कि जिस इलाके से मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर से संपर्क टूटा है, वो घने जंगलों और ऊंचे पहाड़ों का दुर्गम इलाका है. ऐसे में खराब मौसम से सर्च ऑपरेशन में भी दिक्कतें आ रही हैं.