मानवाधिकार कार्यकर्ता बिनायक सेन को दी गई आजीवन कारावास की सजा के विरोध में लेखिका अरुंधति रॉय और सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश उतर आए.
ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव वुमेंस ऐसोसिएशन (ऐपवा) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स ऐसोसिएशन (आइसा) के बैनर तले हुए इस विरोध-प्रदर्शन में छात्रों, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं ने सेन को दिए गए आजीवन कारावास के विरोध में नारे लगाए.
स्वामी अग्निवेश ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘अगर आप सेन पर देशद्रोह का आरोप लगा रहे हैं, तो वही आरोप मुझ पर भी लगाइए. मैं उनके साथ हूं.’
उन्होंने कहा कि सेन के मामले ने सब को ‘हिला कर रख दिया है.’ अरुंधति ने कहा कि सेन, पीयूष गुहा और नारायण सान्याल के बारे में जो फैसला दिया गया है, उसमें और अदालत में पेश किए सबूतों में ‘शायद ही कोई संबंध है.’