टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि गुजरात में भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री मोदी अपने लोगों पर मुकदमा चलाने की इजाजत देने की बजाय उनको संरक्षण दे रहे हैं.
यह पूछे जाने पर कि मोदी भ्रष्ट हैं, तो केजरीवाल ने कहा कि मेरा पास कोई सबूत नहीं है जिसके आधार पर कहा जा सके कि मोदी भ्रष्ट हैं, लेकिन मोदी भ्रष्टाचार के आरोप से घिरे अपने कैबिनेट सहयोगियों को संरक्षण दे रहे हैं. वह उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत नहीं दे रहे हैं और बीते नौ साल से लोकायुक्त नियुक्त नहीं कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नौ साल से गुजरात की सरकार लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं कर रही है, लेकिन इस मुद्दे पर वह राजनीति कर रही है. अगर मोदी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने के लिए गंभीर है तो उसे लोकायुक्त की नियुक्ति करनी चाहिए. केजरीवाल ने सवाल किया कि अगर यहां मंत्री अथवा प्रधान सचिव भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो उनकी जांच कौन करेगा.
केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में बहुत गंभीर स्थिति है कि मंत्रियों और आला अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने के लिए कोई संस्था नहीं है. यह स्थिति बीते नौ वर्षों से बनी हुई है. ऐसा लगता है कि गुजरात की भाजपा सरकार के के लिए भ्रष्टाचार से निपटना कोई प्राथमिकता नहीं है. यहां सबकुछ खुला चल रहा है. गांधीनगर जिले के लवाद गांव में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन को समर्थन देने के लिए केजरीवाल यहां आए हैं. उन्होंने हाल ही में गुजरात के मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से मोदी के मना करने का जिक्र किया.