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दोस्‍तों से लेकर सरकार का कर्ज उतारेंगे केजरीवाल

अन्ना हजारे पक्ष के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह सरकार का बकाया नौ लाख रुपये से अधिक की रकम अदा कर देंगे ताकि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के रूप में उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए.

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अन्ना हजारे पक्ष के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह सरकार का बकाया नौ लाख रुपये से अधिक की रकम अदा कर देंगे ताकि भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के रूप में उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए.

रालेगण सिद्धि पहुंचे केजरीवाल ने बताया, ‘मैंने बकाये का भुगतान करने का फैसला किया है. इसके लिए मैं अपने कुछ दोस्तों से कर्ज लूंगा.’ आयकर विभाग ने बकाये के भुगतान के लिए केजरीवाल को 27 अक्‍टूबर तक का वक्त दिया था, लेकिन हजारे पक्ष के प्रमुख सदस्य केजरीवाल ने इस समयसीमा तक भुगतान नहीं किया.

केजरीवाल का कहना है कि उन्हें इस मामले पर अंतिम निर्णय लेने से पहले अपने कुछ दोस्तों से विचार-विमर्श करने की जरूरत थी. उन्होंने एक नवंबर, 2000 से आईआरएस के अधिकारी के रूप में काम करते समय अध्ययन अवकाश लिया था. वह 2002 में फिर से काम पर लौटे. छुट्टी पर जाने से पहले उन्होंने एक मुचलके पर हस्ताक्षर किया था कि अगर अध्ययन अवकाश के तीन साल के भीतर इस्तीफा देने, सेवानिवृत्त होने अथवा ड्यूटी पर लौटने में नाकाम रहते हैं तो वह वेतन वापस कर देंगे.

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मुख्य आयकर आयुक्त के कार्यालय ने पांच अगस्त को केजरीवाल को एक नेटिस जारी कर बकाया 9.27 लाख रुपये का भुगतान करने को कहा था. कार्यालय का कहना था कि केजरीवाल ने अध्ययन अवकाश वाले मुचलके का उल्लंघन किया है. केजरीवाल और हजारे पक्ष के कई अन्य सदस्यों ने आयकर विभाग के नोटिस के पीछे राजनीति होने का दावा किया था.

केजरीवाल का दावा है कि उन्होंने मुचलके के प्रावधानों का कोई उल्लंघन नहीं किया है और अध्ययन के बाद तीन साल की ड्यूटी पूरा करके नौकरी से इस्तीफा दिया था.

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