विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों की कहानी दोहराते हुए भारतीय हाकी टीम ने आज एशियाई खेलों के पूल बी के सबसे अहम मैच में पाकिस्तान को 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. दिल्ली में करारी हार झेलने के बाद तटस्थ स्थान पर भारत से बदला चुकता करने के पाकिस्तान के दावे भी ध्वस्त हो गए.
दोनों टीमों के ड्रैग फ्लिकरों के बीच माने जा रहे इस मुकाबले में भारतीय स्टार संदीप सिंह ने बाजी मारी. पहले दो मैचों में छह गोल करने वाले संदीप ने आज फिर दो पेनल्टी कार्नर तब्दील किये और इस टूर्नामेंट में अब सबसे ज्यादा गोल उनके नाम हो चुके हैं.
भारतीय टीम ने पहले ही मिनट में आक्रामक खेल दिखाया जबकि डीप डिफेंस में भी आज भारतीयों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के स्टार स्ट्राइकरों को कोई मौका नहीं दिया. यही नहीं पूरे मैच में पाकिस्तानी टीम महज एक पेनल्टी कार्नर बना सकी लेकिन टीम में वापसी करने वाले विश्व रिकार्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास के शाट को भारतीय गोलकीपर भरत छेत्री ने बड़ी कुशलता से बचाया.
भारत के लिये संदीप (तीसरा और 48वां मिनट) ने दो जबकि धरमवीर सिंह (16वां) ने एक गोल किया. पाकिस्तान के लिये रेहान बट(चौथा मिनट) और शकील अब्बासी (43वां) मिनट ने गोल दागे.
पहले मैच में हांगकांग को 7-0 और दूसरे में बांग्लादेश को 9-0 से हराने वाली भारतीय टीम को कल जापान से अंतिम लीग मैच खेलना है. भारत का पूल बी में शीर्ष पर रहना तय है जिससे सेमीफाइनल में कोरिया से टक्कर से टीम बच सकती है.{mospagebreak}
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर लंदन ओलंपिक 2012 के लिये क्वालीफाई करने का लक्ष्य लेकर खेल रहे भारत की इस साल पाकिस्तान पर यह चौथी जीत है. फरवरी मार्च में दिल्ली में हुए विश्व कप में चिर प्रतिद्वंद्वी को 4-1 से हराने वाली राजपाल सिंह की टीम ने अप्रैल में इपोह में अजलन शाह कप में उसे 4-2 से हराया और फिर पिछले महीने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में 7-4 से शिकस्त दी थी.
पाकिस्तानी कप्तान जीशान अशरफ और स्टार स्ट्राइकर रेहान बट ने भारतीय दर्शकों पर हार का दोष मंढते हुए ग्वांग्झू में बदला चुकता करने का दावा किया था. भारत ने हालांकि वही लय बरकरार रखते हुए एक बार फिर पाकिस्तान को खेल के हर पहलू में उन्नीस साबित कर दिया.
भारत को तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला जिसे संदीप ने गोल में तब्दील कर दिया. पाकिस्तान ने हालांकि अगले ही मिनट जवाबी हमले में बराबरी का गोल दागा. शकील अब्बासी ने गेंद को डी के भीतर पहुंचाया और गोलकीपर छेत्री के पैर के बीच से होती हुई गेंद रेहान की स्टिक को छूकर गोल के भीतर गई.
धरमवीर ने 16वें मिनट में बायें फ्लैंक से अकेले गेंद को लेकर आगे बढते हुए पाकिस्तानी गोलकीपर सलमान अकबर को पूरी तरह छकाते हुए गोल करके भारत को फिर बढत दिला दी. हाफटाइम तक भारत 2 -1 से आगे था. {mospagebreak}
दूसरे हॉफ की शुरूआत में ही भारत ने एक और गोल करने का मौका गंवाया जब तुषार खांडेकर के सर्कल के भीतर शिवेंद्र सिंह को गेंद सौंपी लेकिन वे इसे ट्रैप नहीं कर पाये. इस बीच पाकिस्तानियों ने भी बढ़त उतारने के लिये जवाबी हमले तेज कर दिये. लगातार अच्छा खेल रहे अनुभवी स्ट्राइकर अब्बासी को 43वें मिनट में सफलता मिली जब डिफेंस में संदीप की चूक का फायदा उठाकर उन्होंने बराबरी का गोल दाग दिया.
इसके पांच मिनट बाद हालांकि संदीप ने ही भारत को फिर बढत दिलाई और दूसरा पेनल्टी कार्नर गोल में बदला. पाकिस्तान को मैच का एकमात्र पेनल्टी कार्नर दूसरे हाफ में मिला जिसे अब्बास गोल में नहीं बदल पाये. छेत्री ने अच्छा पूर्वानुमान लगाते हुए दाहिना हाथ उपर उठाकर स्टिक से गेंद को बाहर कर दिया. विश्व कप में खराब प्रदर्शन के कारण राष्ट्रमंडल खेलों की टीम से बाहर रहने वाले अब्बास ने एशियाई खेलों के लिये पाकिस्तानी टीम में वापसी की है.
भारत को आखिरी मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन संदीप इसे तब्दील नहीं कर पाये. भारत की जीत हालांकि दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ हो चुकी थी.