सेना के बजरंग लाल ताखड़ ने भारत को एशियाई खेलों की नौकायन स्पर्धा में पहला स्वर्ण दिलाकर इतिहास रच दिया. उन्होंने पुरूषों के एकल स्कल वर्ग में पहला स्थान हासिल किया.
ताखड़ ने लेन तीन से शुरूआत की और 2000 मीटर की रेस में शुरू से ही आगे रहे. उन्होंने सात मिनट 4.78 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता. चीनी ताइपे के वांग मिंग ह्युई को सात मिनट 7.33 सेकेंड के साथ रजत पदक मिला जबकि इराक के हैदर हमारशेद (सात मिनट 10.10 सेकेंड) को कांस्य पदक के साथ संतोष करना पड़ा.
ताखड़ 2006 में दोहा में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बने थे. उन्होंने पिछले साल कोरिया में एशियाई चैम्पियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था.
ताखड़ की इस उपलब्धि के साथ मौजूदा खेलों में दूसरे स्वर्ण के लिए भारत का इंतजार भी खत्म हो गया. पंकज आडवाणी ने बिलियर्डस में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया था.
ताखड़ ने जीत के बाद कहा, ‘मैंने 2006 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था. पिछले चार साल में मैने स्वर्ण पदक के लिये मेहनत की थी और मुझे यकीन था कि मैं जीतूंगा.’ राजस्थान के सीकर जिले के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘पहले 1000 मीटर तक मैं दो सेकंड से आगे था लेकिन 1500 मीटर के बाद यह बढ़त चार सेकंड की हो गई. मुझे अहसास हो गया कि आज का दिन मेरा है और मुझे कोई नहीं हरा सकता.’
भारत ने नौकायन के पुरुष आठ वर्ग में रजत के साथ अपना तीसरा पदक जीता. इससे पहले महिला पेयर्स स्पर्धा में भी कांस्य पदक मिला जिसमें प्रतिमा पुहारा और प्रमिला प्रावा मिन्ज पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला जोड़ी बनी. {mospagebreak}
गिरराज सिंह, साजी थामस, लोकेश कुमार, मनजीत सिंह, राजेश कुमार यादव, रंजीत सिंह, सतीश जोशी और जेनिल कृष्णनन की टीम पुरूष आठ वर्ग में पांच मिनट 49.50 के समय के साथ चीन के बाद दूसरे स्थान पर रही.
भारतीय टीम पूरी रेस के दौरान चीन की टीम से पीछे ही रही. पांच सौ मीटर की दूरी तक चीन ने 3.11 सेकेंड की बढ़त बना ली थी और अंत तक यह बढ़ती ही चली गई.
भारत ने मेजबान देश की टीम से 12.06 सेकेंड का अधिक समय लिया भारत नौकायन में अब तक पांच पदक जीत चुका है जिसमें कल जीते दो रजत पदक भी शामिल हैं.
महिला पेयर्स में प्रतिमा और प्रमिला ने भी पोडियम पर जगह बनाई.
लेन चार में शुरूआत करते हुए भारतीय जोड़ी 500 मीटर के बाद एक मिनट 54.21 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर थी. यह जोड़ी 1000 मीटर दूरी तीन मिनट 51.40 सेकेंड में पूरी करके तीसरे स्थान पर पहुंच गई.
प्रतिमा और प्रमिला ने अंतिम 1000 मीटर में भी इस स्थिति को बरकरार रखा और सात मिनट 47.50 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता.
झेंगपिंग सुन और हांग लिंग की चीन की जोड़ी ने सात मिनट 22.06 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता.
भारत हालांकि महिला लाइटवेट वर्ग में पदक से चूक गया जहां अमुसना देवी, दित्तीमोल वर्घीज और तराकुरियन प्रियाचंगा मायुम की तिकड़ी छह मिनट 57.73 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रही.