राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता और भारत के शीर्ष खिलाड़ियों में शुमार पी कश्यप ने कहा कि एशियाई खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा काफी कड़ी होगी लेकिन वह इस दौरान चीन के दिग्गज खिलाड़ी लिन डैन से भिड़ने का अपना सपना पूरा करना चाहते हैं.
कश्यप को चीन के ग्वांग्झू में 12 नवंबर से शुरू हो रहे एशियाई खेलों के लिए काफी मुश्किल ड्रा मिला है . उन्हें पहले दौर में दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी वियतनाम के टिएन मिन्ह एनगुएन का सामना करना है जबकि दूसरे दौर में उन्हें थाईलैंड के तोंगसाक सेंगसोमूनसक से भिड़ना होगा.
कश्यप ने एशियाई खेलों में अपनी संभावनाओं के बारे में कहा, ‘एशियाई खेल राष्ट्रमंडल खेलों से काफी मुश्किल होंगे. एशियाई खेलों में बैडमिंटन का स्तर राष्ट्रमंडल खेलों से 10 गुना अधिक कड़ा है.’ उन्होंने कहा, ‘मेरा ड्रा भी काफी मुश्किल है. मुझे पहले दौर में वियतनाम के खिलाड़ी से भिड़ना है जिसे मैं दो बार हरा चुका हूं लेकिन उसकी रैंकिंग काफी अच्छी है. इसके बाद मुझे थाईलैंड के खिलाड़ी से भिड़ना है जिसने मुझे विश्व चैम्पियनशिप के करीबी मुकाबले में हराया था.’
कश्यप ने कहा, ‘‘मैं पहले दो दौर जीतकर क्वार्टर फाइनल में लिन डैन के साथ खेलना चाहता हूं. मैं कभी डैन के खिलाफ नहीं खेला. इसलिए यह मेरे लिए स्वप्निल मैच की तरह होगा.’’
दुनिया के 32वें नंबर के खिलाड़ी कश्यप ने हाल में शानदार प्रदर्शन किया है और राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने के बाद वह डेनमार्क ओपन में भी क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे जहां उन्होंने दुनिया के 10वें नंबर के खिलाड़ी थाईलैंड के बूनसैक पोनसाना को हराया.
उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के शीर्ष खिलाड़ी चेतन आनंद को हराकर कांस्य पदक जीता था जबकि टीम मुकाबलों में दुनिया के 16वें नंबर के इंग्लैंड के खिलाड़ी राजीव ओसेफ को भी हराया और दुनिया के नंबर एक मलेशिया के ली चोंग वेई को कड़ी टक्कर दी थी.
कश्यप ने कहा कि अब उनका ध्यान पूरी तरह से एशियाई खेलों पर है. उन्होंने कहा, ‘‘एशियाई खेलों की तैयारी के लिए मुझे 10 दिन का समय मिला है और मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं. एशियाई खेलों में चुनौती काफी मुश्किल होगी.
भारतीय खिलाड़ियों में केवल साइना नेहवाल को अच्छा ड्रा मिला जो उसकी रैंकिंग के कारण है लेकिन बाकी खिलाड़ियों को पदक के लिहाज से अच्छा ड्रा नहीं मिला. लेकिन मेरा लक्ष्य फिलहाल लिन डैन के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है. अगर आपका दिन अच्छा है तो फिर आप कुछ नहीं कह सकते कि उस दिन क्या हो जाये.’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अच्छी फार्म में हूं और इससे मेरा मनोबल भी बढ़ा है कि मैं अपने दिन किसी को भी हरा सकता हूं.’’ कश्यप ने कहा कि अब उनका लक्ष्य 2011 में दुनिया के शीर्ष 10 खिलाड़ियों में जगह बनाना है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले साल तक दुनिया के शीर्ष 10 खिलाड़ियों में शामिल होना चाहता हूं.’