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बेमिसाल उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुए एशियाड

बीजिंग ओलंपिक की शानदार सफलता के दो साल बाद चीन ने शुक्रवार को 16वें एशियाई खेलों के बेमिसाल उदघाटन समारोह से दुनिया को दांतों तले उंगली दबाने के लिये मजबूर कर दिया.

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बीजिंग ओलंपिक की शानदार सफलता के दो साल बाद चीन ने शुक्रवार को 16वें एशियाई खेलों के बेमिसाल उदघाटन समारोह से दुनिया को दांतों तले उंगली दबाने के लिये मजबूर कर दिया.

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समारोह का मुख्य थीम पानी था और खिलाड़ियों ने पर्ल नदी पर नावों की परेड में भाग लिया. उदघाटन समारोह मुख्य रूप से चीन की तीसरी सबसे लंबी और चीन के दक्षिण भाग की जनसंख्या के लिये जीवनदायिनी माने जाने वाली पर्ल नदी पर स्थित द्वीप हाई झिन्सा में हुआ.

लगभग साढ़े चार घंटे तक चले समारोह की शुरुआत ट्रेडमार्क आतिशाबाजी से हुई तथा जब शहर के सबसे पुराने कुंगफू स्कूल के 1320 कलाकारों ने अपना प्रदर्शन किया तो 37,000 दर्शकों ने खड़े होकर उसे सराहा. बेहतरीन तरीके से कोरियोग्राफ किये गये इस प्रदर्शन में कलाकारों ने जमीन से कई फुट उपर सांस थाम देने वाली एक्रोबेटिक्स से मन मोह दिया. लेड स्क्रीन पर यह ऐसा दिख रहा था मानो आसमान में कई बाज एक साथ उड़ रहे हों. {mospagebreak}

यह समारोह कई मायनों में बेजोड़ रहा. इसे परंपरा से हटकर मुख्य स्टेडियम में आयोजित नहीं किया गया जैसे कि अन्य बड़ी प्रतियोगिताओं में किया जाता रहा है. एशियाई खेलों में भाग लेने के लिये 45 नावें थे जिसमें खिलाड़ी मुख्य स्थल तक पहुंचे.

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खिलाड़ियों और अधिकारियों का नावों का यह 75 मिनट का सफर व्हाइट स्वान बे से शुरू होकर हेनिक्सिया द्वीप पर समाप्त हुआ. भारतीय दल अपनी नाव पर ताइगुकांग डॉक पर सवार हुए. इस जगह से 13 अन्य देशों के दलों ने अपनी नावें पकड़ी. बाकी देशों की टीमें झोउटोउजुई डॉक और फांगकुन डॉक से सवार हुई.

नावें झिदी और तियान्जी डॉक पर रुकी जहां पर ग्वांग्झू की संस्कृति पर अधारित कार्यक्रम पेश किया गया. इसके अलावा नावें तीन अन्य स्थानों पर रुकी. भारतीय दल का ध्वजवाहक कौन होगा इस पर काफी असमंजस के बाद स्टार निशानेबाज गगन नारंग ने 671 सदस्यीय भारतीय दल की अगुवाई की. भारतीय पुरुष खिलाड़ी पारंपरिक नीले ब्लेजर जबकि महिलाओं ने जामुनी रंग की साड़ी पहन रखी थी. {mospagebreak}

खिलाड़ियों की नावों की यह परेड काफी रंगारंग रही क्योंकि इसके नदी के दोनों तरफ कलाकार अपनी कलाओं से मंत्रमुग्ध कर रहे थे. स्टेडियम तक पहुंचने के दौरान खिलाड़ियों ने नदी के किनारे पर फैशन शो और नृत्य प्रदर्शन का लुत्फ भी उठाया.

चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ और एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष शेख अहमद अल फहद अल सबाह इसके बाद चीनी सेना के बैंड की ध्वनि के साथ मंच पर आये और फिर मेजबान देश का ध्वज फहराया गया. ग्वांग्झू टावर से हुई आतिशबाजी ने सभी को चकाचौंध कर दिया.

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पांव की हल्की हल्की थाप वाले नृत्य और संगीत के कार्यक्रम से पर्ल नदी का गुणगान किया गया जिसके बाद 500 ड्रम की ध्वनि से आकाश गूंजने लगा. थीम सांग के साथ खिलाड़ियों ने मुख्य स्थल पर प्रवेश करना शुरू किया. आयोजन समिति के अध्यक्ष लियु पेंग और ओसीए प्रमुख शेख अल सबाह ने भाषण दिये जिसके बाद प्रधानमंत्री ने खेलों के शुरुआत की घोषणा की. इसके साथ ही आसमान में रंगारंग आतिशबाजी ने सबका मन मोह दिया.

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