असम में हिंसा होने से बेघर हुए लोगों को केंद्रीय मंत्री ई अहमद ने गुरुवार को आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही उनकी पीड़ा के समाधान के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे. धुबरी जिले में राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलने के बाद अहमद ने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकारें प्रभावित लोगों की समस्याओं और उनकी पीड़ा के समाधान के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे.’ अहमद आईयूएमएल के अध्यक्ष भी हैं. वह पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे थे जो असम में दंगा प्रभावित इलाकों में बनाए गए राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलने गया था. निचले असम के कोकराझार, धुबरी और चिरांग जिलों में हिंसा के कारण 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और चार लाख से अधिक लोग बेघर हो गए हैं.