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लगातार दूसरे दिन ‘अस्त्र’ मिसाइल का सफल परीक्षण

भारत ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण स्थल से दृश्य सीमा से परे और हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेश निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल ‘अस्त्र’ का सफल परीक्षण किया.

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भारत ने लगातार दूसरे दिन शनिवार को चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण स्थल से दृश्य सीमा से परे और हवा से हवा में मार करने वाली स्वदेश निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल ‘अस्त्र’ का सफल परीक्षण किया.

रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने कहा, ‘मिसाइल का करीब 10 बजकर 32 मिनट पर परीक्षण किया गया और यह परीक्षण सफल रहा.’ इस मिसाइल में सुपरसोनिक रफ्तार से आमने-सामने की स्थिति में 80 किमी की दूरी तक और पीछा करते हुए 20 किमी तक दुश्मन के विमान को मार गिराने की क्षमता है.

इस परियोजना से जुड़े एक वैज्ञानिक ने कहा, ‘एसयू 30 एमकेआई, मिग 29 और हल्के विमान तेजस जैसे लडाकू विमानों के साथ जुड़ने से पहले यह जटिल विमानभेदी मिसाइल मैदान और लडाकू विमानों से संबंधित कुछ कठिन और दोषरहित परीक्षणों से गुजरेगी.’

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‘अस्त्र’ मिसाइल में ठोस प्रणोदक का प्रयोग किया गया है और इसमें 15 किलोग्राम परंपरागत आयुध ले जाने की क्षमता है. वजन और आकार के हिसाब से डीआरडीओ द्वारा विकसित यह सबसे छोटी मिसाइल है. इस मिसाइल की लंबाई 3.8 मीटर, व्यास 178 मिमी और कुल प्रेक्षपण वजन 160 किग्रा है. मिसाइल को विभिन्न उंचाइयों से प्रक्षेपित किया जा सकता है. यह मिसाइल 15 किमी उंचाई से 110 किमी, आठ किमी उंचाई से 44 किमी और समुद्र तल से 21 किमी की दूरी तय सकती है.

डीआरडीओ अधिकारियों ने कहा कि ‘अस्त्र’ मिसाइल इसी श्रेणी की अमेरिकी, रूसी और फ्रांसीसी मिसाइलों से ज्यादा आधुनिक है. एसयू 30 एमकेआई विमान से इस मिसाइल का परीक्षण नवंबर 2009 में पुणे के पास किया गया था जब सात संक्षिप्त उड़ानें भरी गईं. ‘अस्त्र’ मिसाइल का पहला परीक्षण नौ मई 2003 में चांदीपुर के आईटीआर से किया गया था.

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