एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री मायावती ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने और बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया था. लेकिन उसी रात यूपी में एक बार फिर दो लड़कियों के बलात्कार करने की कोशिश की गयी और आरोप लगा एक विधायक के कुछ दबंगो पर.
रेप पर होगा 6 महीने में फैसला
दोनों लड़कियों ने देखा है दरिंदगी का ऐसा चेहरा, जिसे वो शायद ही भूल सके. देहरादून से लौटते हुए मुजफ्फरनगर के पास जब उनकी कार खराब हुई, और इसी के बाद शुरू हो गया दरिंदगी का सिलसिला.
पीड़ित लड़कियों की माने तो ये दोनों लड़कियां अपने दोस्तों के साथ एक इंडिका कार में देहरादून से लौट रही थी. रात साढ़े ग्यारह बजे मुजफ्फरनगर के पास उनकी गाड़ी खराब हो गयी.
बलात्कार का विरोध करने पर आंख फोड़ी
ड्राइवर जब गाड़ी रोक कर उसकी मरम्मत कर रहा था, तभी दो गाड़ियां वहां आकर रूकी. गाड़ियों में से कुछ लोग उतरे और उन्होने लड़कियों के दोस्तों की पिटाई कर डाली और लड़कियों के साथ बलात्कार करने की कोशिश की.
पीड़ित लड़कियों के मुताबिक जिन लोगों ने उनके साथ ये हैवानियत की है, वो इलाके के विधायक के गुर्गे हैं.
महिला से सामूहिक बलात्कार के बाद जिंदा जलाया
इस मामले में पुलिस ने पहले तो केस दर्ज करने में ना नुकर दिखाया लेकिन जब बात बढ़ने लगी तब कहीं जाकर दिलशाद राना, जुनैद, इरशाद और जावेद के खिलाफ केस दाखिल किया है. इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया है. मुजफ्फरनगर एसएसपी प्रवीण कुमार के मुताबिक 4 लोगो के खिलाफ थाना सिविल लाइन मे धारा 364, 511, और 376 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर उनके तमाम ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.
फिलहाल इस पूरे मामले ने एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है.