मुंबई में मुसाफिरों को परेशानी हो रही है, क्योंकि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में सोमवार को ऑटो यूनियन की हड़ताल है. इस वजह से राज्य में करीब 9 लाख ऑटोरिक्शा नहीं चल रहे हैं. ऑटो यूनियन इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए जाने के खिलाफ हैं.
जो लोग मुंबई में रहते हैं और ऑफिस जाने के लिए या फिर रोजमर्रा के कामों के लिए ऑटो का इस्तेमाल करते हैं, वैसे लोग परेशानी में फंस सकते हैं, क्योंकि मुंबई में ऑटो यूनियन की हड़ताल है. हड़ताल रात 12 बजे से ही लागू हो चुकी है.
ऑटो यूनियन की हड़ताल सिर्फ मुंबई ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में है. हड़ताल से मुंबई के 1 लाख 80 हजार और राज्य के करीब साढ़े सात लाख ऑटोरिक्शा प्रभावित होंगे.
ऑटो यूनियन के मुताबिक, हड़ताल इलेक्ट्रॉनिक मीटर लागू करने के फैसले के विरोध के लिए किया जा रहा है. साथ ही किराए में वृद्धि समेत कई दूसरी मांगों के लिए भी ऑटो रिक्शा एक दिन की हड़ताल पर हैं.
हालांकि शिवसेना, एमएनएस और कई अन्य छोटे ऑटो संगठनों ने हड़ताल पर एतराज जताया है. ऑटो यूनियन के अध्यक्ष शरद राव के मुताबिक मुंबई-ठाणे को छोड़कर महाराष्ट्र में 83 फीसदी से अधिक ऑटोरिक्शा पेट्रोल से चलते हैं और ऐसे में पेट्रोल महंगा होने पर किराया बढ़ाने की उनकी मांग जायज है. मुंबई और ठाणे में चलने वाले ऑटोरिक्शा सीएनजी बेस्ड हैं.
उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल को सरकार से ऑटोरिक्शा वालों की मांगों को लेकर चर्चा हुई थी, लेकिन पेट्रोल से चलने वाले रिक्शा को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया. हालांकि गनीमत ये है कि ऑटो यूनियन की हड़ताल 1 दिन की ही है.