क्रिकेट बोर्ड ने नोबाल प्रकरण से बुधवार को फिर पल्ला झाड़ा लेकिन यह भी कहा कि यदि कोई खिलाड़ी आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है तो श्रीलंका बोर्ड को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिये.
बीसीसीआई की मीडिया और वित्त समिति के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि बोर्ड आईसीसी के नियमों में बंधा है. उन्होंने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट को पूरी जांच के बाद आईसीसी की आचार संहिता का पालन करना चाहिये.
शुक्ला ने संसद परिसर के बाहर पत्रकारों से कहा कि बीसीसीआई कुछ नहीं कर सकता क्योंकि हम आईसीसी नियमों में बंधे हैं. मौजूदा नियम बदले नहीं जा सकते. यह खिलाड़ी के आचरण का मामला है.
उन्होंने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को मामले के कारणों की पड़ताल करके दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी. यदि श्रीलंकाई बोर्ड को लगता है कि खिलाड़ी को ऐसा करने के लिये किसी ने कहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये.
यह पूछने पर कि क्या सूरज रणदीव ने जान बूझकर वीरेंद्र सहवाग को नोबाल फेंकी थी, उन्होंने कहा कि यदि यह सच है तो यह काफी संजीदा मसला है. यदि खिलाड़ी ऐसा करता है तो यह काफी गंभीर बात है.