चयनित प्रत्याशियों को ‘वापस बुलाने के अधिकार’ संबंधित अन्ना हजारे के सुझाव के प्रति कांग्रेस और भाजपा उत्साहित नहीं दिखाई दे रहे.
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हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने हजारे की इस मांग के प्रति समर्थन जताया है.
इसके पहले कल मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाय कुरैशी ने भी कहा था कि यह अधिकार देश को ‘अस्थिर’ करेगा. कुमार ने आज कहा कि इस उद्देश्य के लिए संविधान में संशोधन की संभावनाएं तलाशी जानी चाहिए.
यह पूछे जाने पर कि आपकी सहयोगी जद (यू) इस अधिकार को समर्थन दे रही है, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पार्टी में इस मुद्दे पर ‘कोई विचार नहीं’ हो रहा और जब समय आएगा, तब इस पर प्रतिक्रिया दी जाएगी.
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा, ‘इस मुद्दे को विशेषज्ञों पर छोड़ दीजिए. अगर कुछ भी पलटने के लिए होगा, उस पर विधानसभा और संसद में उन लोगों द्वारा निरीक्षण किया जाएगा, जो वहां भाग ले रहे हैं, पर इस मुद्दे पर कहीं और कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती.’