दिल्ली के अनारकली वार्ड नंबर 232 से बीजेपी के नए पार्षद जयगोपाल वर्मा की उम्मीदवारी खटाई में पड़ सकती है. क्योंकि उसी इलाके से हारे हुए प्रत्याशी राजकुमार ने उनकी उम्मीदवारी को अदालत मे चुनौती देते हुए कहा है कि ये चुनाव जयगोपाल ने धांधली करके जीता है.
इतना ही नहीं, राजकुमार ने जयगोपाल पर इल्जाम लगाया है कि उन्होने शपथपत्र के दौरान झूठ बोला है कि उन पर कोई आपराधिक मामले दर्ज नहीं है जबकि हकीकत ये है कि इलाके के जगतपुरी थाने में जयगोपाल पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज है.
दरअसल कुछ साल पहले किराए के एक मकान में भाई रोमियो के साथ जयगोपाल ने बिजली का कनेक्शन हासिल करने के लिए झूठे दस्तावेजो को बनवाया था. जब इसका पता मकान मालिक को चला तो जयगोपाल ने उनको डराया-धमकाया और धमकी दी.
ये मामला बकायदा जगतपुरी थाने में धारा 420, धारा 468 और धारा 471 के तहत दर्ज है. सच जानने के लिए जब जयगोपाल से पूछा गया तो उनका कहना था कि मामला अदालत में है. जवाब भी अदालत में ही देंगे.
राजकुमार ने ये भी आरोप लगाया है कि जयगोपाल ने रामनगर वार्ड के पांच बूथों में फर्जी वोट डलवाए जिसकी वजह से उनको हार का मुंह देखना पड़ा. अब राजकुमार चाहते हैं कि चुनाव आयोग जयगोपाल वर्मा का नामांकन रद्द करते हुए उनको विजयी उम्मीदवार घोषित कर दे.