राष्ट्रमंडल खेलों से जुड़ी परियोजनाओं में हुए घोटालों की जांच कर रही शुंगलू समिति की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों ने लोकसभा से वॉकआउट किया.
राष्ट्रमंडल खेलों में कथित अनियमितताओं की जांच करने वाली शुंगलू समिति की रिपोर्ट को तत्काल संसद में पेश किए जाने की मांग पर भाजपा सदस्यों ने लोकसभा से वाकआउट किया.
लोकसभा में यह मामला उठाते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि मीडिया में ऐसी खबरें आयी हैं कि शुंगलू समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. उन्होंने कहा कि सरकार को यह रिपोर्ट संसद में पेश कर इस पर चर्चा करानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि चूंकि भ्रष्टाचार पर चर्चा राष्ट्रमंडल खेलों के संचालन से शुरू हुई थी और इसलिए बिना देरी के शुंगलू समिति की रिपोर्ट संसद में पेश की जानी चाहिए. संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने इस पर कहा कि सरकार ने एक कार्यकारी आदेश के तहत शुंगलू समिति का गठन किया था और सरकार ने अभी यह रिपोर्ट देखी नहीं है. {mospagebreak}
बंसल ने कहा, ‘मैं संबंधित मंत्री तक यह बात पहुंचा दूंगा और उन्हें सदन की भावना से अवगत कराउंगा. यदि इस संबंध में कोई फैसला लिया जाना है तो वह लिया जाएगा.’ विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बंसल के जवाब पर असंतोष जताया और कहा कि विपक्ष के हर मामले पर यही जवाब देना सरकार की आदत हो गयी है. इसके बाद उनकी अगुवाई में भाजपा सदस्य सदन से वाकआउट कर गए.
गौरतलब है कि शुंगलू समिति ने राष्ट्रमंडल खेलों में कथित आर्थिक अनियमितताओं की जांच के बाद प्रसार भारती के निलंबित मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बी एस लाली और दूरदर्शन की महानिदेशक अरुणा शर्मा को दोषी ठहराया था.