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भाजपा में देश की सूरत बदलने की क्षमता: गडकरी

राजनीति को देश की सामाजिक आर्थिक परिवर्तन की सीढ़ी करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने कहा कि उनकी पार्टी के पास तीन साल में देश की सूरत को बदल देने की क्षमता है.

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राजनीति को देश की सामाजिक आर्थिक परिवर्तन की सीढ़ी करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने कहा कि उनकी पार्टी के पास तीन साल में देश की सूरत को बदल देने की क्षमता है.

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अपनी पुस्तक ‘विकास के राह पर’ के पंजाबी संस्करण ‘विकास दे राह ते’ के विमोचन के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी अगर सत्ता में आती है तो देश की सूरत तीन साल में बदल जाएगी. पार्टी के पास ऐसी दृष्टि है जो वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य घटनाक्रम और आर्थिक संकट से देश का उबार सकती है.’

केंद्र की संप्रग सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘वर्तमान गलत आर्थिक नीति और भ्रष्ट सरकार और सरकारी तंत्र के कारण देश में भुखमरी और गरीबी जैसे हालात पैदा हो चुके हैं. मुद्रास्फीति में बढ़ोत्तरी भी इसी कारण है.’ भाजपा प्रमुख ने कहा कि देश में साठ हजार करोड का अनाज हर साल सड़ रहा है लेकिन उसे गरीबों में नहीं बांटा जा सकता. अदालत ने जब हस्तक्षेप करते हुए कहा कि गरीबों में बांट दो तो सरकार ने यह कह कर चुप करा दिया कि अनाज बांटने का अधिकार सरकार का है.’

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गडकरी ने कहा, ‘राजनीति सामाजिक और आर्थिक विकास की सीढी है. यह पैसा कमाने का साधन नहीं है. इसलिए देश में प्रगति और विकास की राजनीति की जाए तो यह जात, पंथ, धर्म, लिंग और भाषा की राजनीति को बेअसर कर सकती है. देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए यह सबसे आवश्यक है.’

भाजपा प्रमुख ने यह भी कहा, ‘देश की सूरत बदलने के लिए हमें जात, पंथ, धर्म, लिंग और भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिए. हमें इस बात पर समय खर्च करने की आवश्यकता है कि देश और समाज से गरीबी का उन्मूलन कैसे किया जाए.’ भाजपा नेता ने कहा कि किसी भी देश के विकास के लिए जरूरी है उद्योग और कृषि. इन दोनों चीजों के विकास के लिए जल, बिजली, यातायात और संचार व्यवस्था आवश्यक है. हमारे देश में इन चीजों की कमी है. पिछली राजग सरकार की तुलना में चीजें पांच गुनी महंगी हो गयी है. पिछले दो साल में 14 बार व्याज दर बढ़ा दी गयी है.

उन्होंने आरोप लगाया कि देश की आर्थिक स्थिति चरमरा गयी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूपये का अवमूल्यन लगातार हो रहा है. डालर 38 रुपये से बढ़ कर 54 रुपये तक पहुंच चुका है. सरकार के पास इन चीजों से पार पाने की कोई दृष्टि नहीं है यही कारण है कि अर्थव्यवस्था लगातार लडखडा रही है और हम कुछ कर सकने की स्थिति में नहीं है.

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गडकरी ने कहा कि देश गरीब नहीं है. हमारे शासकों की सोच गरीब हो गयी है. इसलिए सरकार चलाने वाले व्यापार करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि राजा अगर व्यापारी हो जाए तो जनता भिखारी हो जाएगी. यही हालत आज देश का है. उन्होंने कहा, ‘हम मिल कर और सामाजिक संवेदनशीलता के साथ काम करें तो समाज की स्थिति बदल सकती है. हमारे पास ऐसी आर्थिक दृष्टि है और व्यवस्था है कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो तीन साल में देश की सूरत बदल जाएगी.’

गडकरी ने गुजरात के मुख्यमंत्री का नाम लिये बिना उनकी तारीफ में कहा, ‘गुजरात में भाजपा का शासन है. वहां कृषि विकास दर 14 फीसदी है.’

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