भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह पूरी तरह दिग्भ्रमित हो चुकी है.
भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मी कांत बाजपेयी ने कहा, ‘सरकार खंडनों, भ्रम और अराजकता की शिकार हो चुकी है, सरकार के मंत्रियों के बीच समन्वय नहीं है.’
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार सामप्रदायिक सोच के साथ काम कर रही है.
बाजपेयी ने इल्जाम लगाया, ‘मथुरा के कोसीकलां में दुकानें और मकान जलाये गये लेकिन पीड़ितों को राहत के नाम पर एक पैसा भी नहीं मिला, जबकि प्रतापगढ़ में आगजनी के पीड़ित लोगों को साढ़े तीन लाख रुपए मुआवजा और एक मकान देने की घोषणा की गयी.’
प्रदेश में कानून-व्यवस्था का नामोनिशान मिट चुकने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बरेली के आंवला क्षेत्र में हुआ दंगा सुनियोजित साजिश का परिणाम था.
भाजपा नेता ने प्रदेश के मौजूदा बिजली संकट के लिये राज्य सरकार के खराब प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार से मांग करता हूं कि वह बिजली संकट को ईमानदारी से स्वीकार करे और मौजूदा बिजली के समान वितरण के लिये समय सारिणी तैयार करे.’