राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को घसीटने के बाद भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने इसमें कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को लपेटते हुए इस बारे में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से जवाब मांगा.
गडकरी ने भ्रष्टाचार पर यहां एक सार्वजनिक सभा में कहा, ‘खेल गांव निर्माण करने वाली कंपनी एमार-एमजीएफ 2000 करोड़ रूपयों के घोटाले में शामिल है. इस कंपनी का मालिक कौन है? इसका एक मालिक गुप्ता है और उसका भतीजा कनिष्क सिंह कांग्रेस नेता राहुल गांधी का राजनीतिक सचिव है.’
उन्होंने कहा, ‘इस संबंध में मैं सोनिया गांधी से जवाब मांगता हूं. राष्ट्रमंडल खेलों के घोटाले में सिर्फ कलमाडी शामिल नहीं थे जिसे हटा कर कांग्रेस खामोश बैठ गई. अन्य कांग्रेस मंत्रियों की भी इसमें भूमिका रही है. कलमाडी की तरह घोटाले के और भी कई खिलाड़ी हैं.’
टू-जी स्पेक्ट्रम के कथित घोटाले के संदर्भ में भाजपा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को घसीटते हुए कहा, ‘अगर दूरसंचार मंत्री ए राजा गलत थे तो कैबिनेट के अन्य मंत्रियों और खुद प्रधानमंत्री ने उन्हें रोका क्यों नहीं.’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक लाख 70 हजार करोड़ रूपए से अधिक का पैसा अकेले राजा ने नहीं लूटा. कांग्रेस के नेता इसमें शामिल थे. वह पैसा सिर्फ चेन्नई नहीं गया. इससे कांग्रेस की भी चांदी हुई है.’
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौव्हाण पर निशाना साधते हुए गडकरी ने कहा, ‘इस आदमी ने अपनी संपत्ति के संबंध में दो तरह के हलफनामे दिए हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा में एक तरह का और राज्यसभा में दूसरी तरह का हलफनामा दिया.’ इस विषय पर भी राहुल का मज़ाक बनाते हुए उन्होंने कहा, ‘राहुल ने कहा था कि महाराष्ट्र को कांग्रेस साफ सुथरा मुख्यमंत्री देगी. यह किस तरह का साफ सुथरा सीएम है?’’