बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद के अधिवेशन में पार्टी के संविधान में संशोधन कर दिया गया है इससे अध्यक्ष नितिन गडकरी के लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद पर चुने जाने और उन्हें दूसरा कार्यकाल देने पर मुहर लग गई. इस बाबत मुंबई में हुए पिछले अधिवेशन में प्रस्ताव पारित किया गया था. शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान किया.
बीजेपी की कार्यकारिणी में पार्टी अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल करने के फैसले को भी अंतिम रूप दिया गया. हालांकि राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया, ‘जरूरी नहीं हर राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल का ही हो. पार्टी की सभी समितियों की इसपर सहमति जरूरी होगी.’
कार्यकारीणि के मंच से राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि इदिरा गांधी ने लोकतंत्र का अपहरण किया था और बोफोर्स घोटाले में शामिल थे राजीव गांधी. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को भी अपने निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, ‘घोटालों पर चुप्पी साधकर मनमोहन भी कर रहे हैं अपराध.’
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर गडकरी का मौजूदा कार्यकाल इस साल दिसंबर में समाप्त होगा जिसके बाद उन्हें दिसंबर, 2015 तक के लिए फिर से अध्यक्ष चुना जाना तय है. पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘मुंबई अधिवेशन में पारित प्रस्ताव को संविधान संशोधन के यहां केवल मंजूर किया जाना था. लेकिन दूसरे कार्यकाल के लिए अध्यक्ष के तौर पर गडकरी के नाम की घोषणा बाद में ही होगी. पहले जिला स्तर पर, राज्य स्तर पर संगठन के चुनाव के बाद फिर राष्ट्रीय स्तर पर सांगठनिक चुनाव होंगे और फिर नाम की घोषणा होगी.’
बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद में करीब 1200 सदस्य हैं जिन्होंन औपचारिक तौर पर प्रस्ताव पारित कर गडकरी के दूसरे कार्यकाल के लिए रास्ता साफ किया.
भाजपा के मौजूदा संविधान के अनुसार पार्टी अध्यक्ष को केवल एक बार तीन साल के लिए चुना जाता है और दोबारा मनोनयन का प्रावधान नहीं है जिसके लिए संविधान में संशोधन किया जाएगा.