कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी ने उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी पर अपने हमले को और अधिक तेज करते हुये कहा कि भाजपा आज अपने विज्ञापनों में कह रही है ‘खंडूरी हैं जरूरी’, वह पूछना चाहते हैं कि आज से तीन महीने पहले तक क्या खंडूरी जरूरी नहीं थे. क्या उसके पहले भ्रष्टाचार जरूरी था?
राहुल उत्तराखंड में पिथौरागढ़ तथा कालाढूंगी में चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि खंडूरी इसलिये अब जरूरी हो गये हैं, क्योंकि भाजपा के किये गये भ्रष्टाचार पर पर्दा डालना है. उन्होंने कहा, ‘भाजपा को उस समय भ्रष्टाचार की याद क्यों नहीं आयी जब वह केन्द्र में सत्ता में थी और भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार हो रहा था. उस समय उनके नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ क्यों नहीं रथयात्रा निकाली. उस समय तो वह अपने कमरे में बैठकर टीवी देखा करते थे.’
कांग्रेस महासचिव ने अपने जोशीले अंदाज में पूछा कि भाजपा को उत्तराखंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, गुजरात राज्यों में भ्रष्टाचार क्यों नहीं दिखाई देता है. आडवाणी से पूछा जाना चाहिये कि उन्होंने अपने रथयात्रा के दौरान कर्नाटक के भ्रष्टाचार के बारे में क्या लोगों से जिक्र किया था. यदि नहीं किया तो क्यों नहीं किया था?
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किसी जादू की छड़ी से खत्म नहीं होगा बल्कि इसे आहिस्ते आहिस्ते खत्म करना होगा. राहुल गांधी ने कहा कि केन्द्र में जब कांग्रेस की सरकार गरीबों, किसानों तथा मजदूरों के कल्याण के लिये योजनाये शुरू करती है तो भाजपा के नेता कहना शुरू कर देते हैं कि पैसा बेकार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश की आम जनता के लिये विकास योजनायें शुरू कर पैसे को बरबाद किया जाता है. हमने किसानों के 60 हजार करोड़ रुपये कर्ज माफ किया, सूचना के अधिकार के तहत प्रशासन को पारदर्शी बनाया, महात्मागांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत बेरोजगारों को रोजगार की गारंटी दी तो क्या यह पैसा बरबाद किया गया.’
उन्होंने कहा, ‘हम पूरे हिन्दुस्तान को भोजन का अधिकार देने वाले हैं. इसके लिये जल्द ही अधिनियम बनाया जायेगा. हम जनता का पैसा जनता से पूछकर खर्च करते हैं. इस देश में पैसा आम जनता का है. कांग्रेस या भाजपा का पैसा नहीं है. आपके भविष्य का पैसा है, जिसे आप पर ही खर्च किया जाता है. पैसा आसमान से नहीं टपकता है. यह आम जनता के खून पसीने का पैसा है.’
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा को खंडूरी के पहले भ्रष्टाचार क्यों नहीं दिखाई दिया था, जो आज खंडूरी इतने जरूरी हो गये हैं. उत्तराखंड में खंडूरी जरूरी नहीं हैं बल्कि विकास और प्रगति जरूरी है.
कांग्रेस महासचिव ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा की कडी आलोचना करते हुये कहा कि पूरे देश का सपना था कि चुनाव आयोग की तर्ज पर एक स्वतंत्र लोकपाल का गठन किया जाये ताकि उसके कामकाज में किसी प्रकार का दखल नहीं हो.
राहुल गांधी ने कहा कि जिस तरह से चुनाव आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र तरीके से चुनाव कराता है और उसके कार्य में कोई भी दखल नहीं दे सकता है. इसी तरह से लोकपाल भी स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से काम करे, ऐसी सोच न केवल उनके पार्टी की थी बल्कि पूरे देश की थी.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भारतीय जनता पार्टी ने अपनी हठवादिता के चलते उसे संसद में उसके खिलाफ लाल बटन दबा दिया. एक संवैधानिक लोकपाल को मार दिया. यह सिर्फ हमारा सपना नहीं था बल्कि पूरे देश का सपना था.’
उन्होंने कहा, ‘इस देश से भ्रष्टाचार उस समय समाप्त होगा जब आम आदमी राजनीति में सक्रिय रूप से आयेगा. हम राजनैतिक प्रणाली को बदलने की कोशिश में लगे हुये हैं. इसके लिये हमें लंबी लड़ाई लड़नी होगी. हम वह सपना देख रहे हैं जब देश के राजनैतिक प्रणाली से हर नागरिक खुश हो.’ राहुल गांधी ने लोगों से अपील की कि जो लोग तीन महीने पहले तक उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की बात नहीं कर रहे थे उनसे कहिये कि वे विकास की बात करें.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं को इस चुनाव में उम्मीदवार बनाया है और उन्होंने युवाओं को खासतौर पर हिदायत दी है कि किसी भी हालत में भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यदि कोई भी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो वह उसका कैरियर ही समाप्त कर देंगे.