नितिन गडकरी के नये भाजपा अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस ने आज कहा कि विपक्षी दल ने उस टीम को बदल दिया है, जिसके नेतृत्व में भाजपा 2004 और 2009 के दो आम चुनावों में विफल रही.
कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लगातार दो लोकसभा चुनाव हारने के बाद वह (भाजपा) शायद वह टीम बदलना चाहती थी, जिसके नेतृत्व में उसे विफलता हाथ लगी. उन्होंने हालांकि इसे भाजपा और आरएसएस का अंदरूनी मसला बताया लेकिन कहा कि टीम की विफलता की वजह से शायद ये बदलाव हुए हैं.
यह पूछने पर कि क्या भारतीय राजनीति में आडवाणी युग समाप्त हो गया, अहमद ने कहा कि राजनीति में कभी कोई आडवाणी युग नहीं रहा. उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति में सक्रिय थे, आडवाणी उनकी छाया थे. जब वह इस छाया से बाहर आये और अपने दम पर कुछ करना चाहते थे, उन्होंने मुहम्मद अली जिन्ना को धर्म निरपेक्ष बता दिया. अहमद ने कहा कि आडवाणी का राजनीतिक पतन उसी दिन शुरू हो गया था, जिस दिन उन्होंने जिन्ना को धर्म निरपेक्ष बताया था. उन्होंने कहा कि यदि जिन्ना जिन्दा होते तो वह कभी दावा नहीं करते कि वह धर्म निरपेक्ष हैं.