कर्नाटक के मुख्यमंत्री के खिलाफ अभियोजन को राज्यपाल के मंजूरी देने के बाद पूरा प्रदेश लगभग बंद रहा. सत्ताधारी भाजपा ने राज्यपाल के इस विवादास्पद कदम के खिलाफ कानूनी लड़ाई के लिए कमर कस ली है.
एक वरिष्ठ मंत्री ने राज्यपाल के फैसले के मद्देनजर मुख्यमंत्री वाय एस येदियुरप्पा के इस्तीफा देने की संभावना से इंकार कर दिया. भाजपा ने इस फैसले की निंदा करते हुए पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किए और भारद्वाज को वापस बुलाने की मांग की. राज्यपाल ने कल इस बारे में आदेश दिए थे.
शुरूआती खबरों के मुताबिक, भाजपा की अपील पर प्रदेश ‘लगभग पूरी तरह’ बंद रहा और कई स्थानों पर हिंसक घटनाएं हुईं. बेलगांव, गुलबर्ग, शिमोगा और बेंगलूर में कई स्थानों पर दुकानों और बसों पर पथराव की घटनाएं सामने आईं.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ए आर इंफांत ने बताया कि देवनगरी जिले के होन्नाली में कल रात दो सरकारी बसों और बेंगलूर में एक निजी बस को जला दिया गया. कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एस सुरेश कुमार के नेतृत्व में मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल आज राजभवन में राज्यपाल से मिला और उनसे मुख्यमंत्री पर अभियोजन चलाए लाने के आदेश की एक प्रति की मांग की.
सुरेश कुमार ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमारी काफी लंबी बातचीत हुई. अंत में राज्यपाल हमें उनके फैसले, आदेश और दूसरे दस्तावेजों की एक प्रति देने के लिए तैयार हो गए.’ इसके कुछ ही मिनट बाद, राजभवन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि आदेश मुख्यमंत्री के कार्यालय को भेज दिया गया है.
कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार ‘कानूनी उपायों समेत सभी उपायों’ पर विचार कर रही है और कानून विशेषज्ञों के अलावा पार्टी आलाकमान के भी संपर्क में है. उन्होंने कहा, ‘आज शाम तक हम अपनी कार्ययोजना बना लेंगे. हम कानूनी तौर पर मजबूत हैं, हमारा कानूनी आधार मजबूत है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री इस्तीफा देंगे, उन्होंने कहा कि इसका सवाल ही नहीं पैदा होता क्योंकि वह विधायक दल के निर्वाचित नेता हैं और उन्हें पद छोड़ने की कोई जरूरत नहीं है.
कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री 24 जनवरी को भारद्वाज के इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम इस पर काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री संभवत: सोमवार को उच्च न्यायालय में इसके खिलाफ याचिका दायर करेंगे.’ पार्टी के वरिष्ठ नेता एच एन अनंत कुमार के नेतृत्व में पार्टी ने प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग की.
कुमार ने कहा कि पार्टी राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से राज्यपाल भारद्वाज को वापस बुलाने की मांग करेगी. राज्यपाल पर ‘साजिश’ रचने का आरोप लगाते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि येदियुरप्पा सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. बंद को देखते हुए पूरे प्रदेश में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं.
सुरेश कुमार ने कहा कि राज्यपाल का आदेश ‘चौंकाने वाला’ नहीं है क्योंकि उन्होंने 31 दिसंबर को ही इस बात का संकेत दिया था कि वह इस तरह का आदेश जारी करने की योजना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के आदेश का ‘कानूनी और राजनैतिक तौर पर जवाब दिया जाएगा.’ उन्होंने इसे कांग्रेस और जद :एस: की राजनीतिक साजिश भी करार दिया.