टीम अन्ना के राजनीति में कूदने के फैसले से अपने वोट बैंक में सेंध लगने के तथ्य से सावधान भाजपा ने अपने मुखपत्र ‘कमल संदेश’ में इस कदम का उपहास उड़ाते हुए लिखा है कि समाज के कार्यकर्ताओं के इस कृत्य ने लोगों से धोखा किया है और वे भावनात्मक ब्लैकमेल कर रहे हैं.
टीम अन्ना के सदस्यों द्वारा राजनैतिक दल बनाने के फैसले पर भाजपा मुखपत्र के ताजा अंक के संपादकीय में लिखा गया है, ‘क्या किसी को जनलोकपाल के नाम पर लोगों की आस्था को कलंकित करने का अधिकार है. क्यों लोगों को धोखा दिया गया. अगर राजनीति लक्ष्य थी तो क्यों ये सारी बातें की गईं. क्या राजनीति में आना जरूरी था.’
संपादकीय में पूछा गया है कि क्या टीम अन्ना को भारतीयों की भावनाओं के साथ भावनात्मक ब्लैकमेल करने का अधिकार है और अगर वह अब देश का ध्यान सही मुद्दों की तरफ आकर्षित करना चाहते हैं तो क्या लोग अन्ना हजारे जैसे किसी व्यक्ति का समर्थन करेंगे.