गांधीवादी अन्ना हजारे व उनके सहयोगियों द्वारा जंतर-मंतर पर लोकपाल विधेयक के सिलसिले में आयोजित बहस में भाग लेने वाले राजनीतिक दलों की कांग्रेस द्वारा की गई आलोचना पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा एतराज जताया है.
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम सभी संसद का सम्मान करते हैं. जितने भी नेता वहां गए थे, उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कानून सिर्फ संसद में ही बन सकता है.
प्रसाद ने कहा कि साथ ही यह भी महत्वपूर्ण है कि देश की जनता, सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार से त्रस्त हो चुकी है. ऐसे में नेता वहां यदि उनसे बातचीत के लिए चले गए तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने कहा कि जहां तक संसद की गरिमा का सवाल है, इस बारे में हमें कांग्रेस से सीखने की जरूरत नहीं है.
उल्लेखनीय है कि जंतर-मंतर पर हुई बहस में भाजपा के अरुण जेटली, जनता दल (युनाइटेड) के शरद यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के ए. बी. बर्धन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की वृंदा करात, बीजू जनता दल (बीजद) के पिनाकी मिश्रा, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के के. येरेन नायडू और समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव ने हिस्सा लिया था.