कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही भाजपा ने शनिवार को कहा कि वह संसद की कार्यवाही को बाधित करने की रणनीति जारी रखेगी. इसके साथ पार्टी ने कांग्रेस को लोगों से नया जनादेश लेने की चुनौती दी.
भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य एम वेंकेया नायडू ने कहा कि उनकी पार्टी सिर्फ कथित ‘कोयला घोटाला’ के आधार पर नहीं बल्कि 2-जी सहित घोटालों की सीरीज के आधार पर कांग्रेस नीत संप्रग से इस्तीफा मांग रही है.
उन्होंने कहा, ‘यह संप्रग सरकार देश के लोगों के लिए बोझ बन गयी है और इसे हटना चाहिए. भाजपा सिर्फ प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि पूरे मंत्रिमंडल का इस्तीफा मांग रही है. यह 2-जी और आदर्श हाउसिंग सहित विभिन्न घोटालों की पराकाष्ठा है.’
वेंकेया ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार अर्थव्यवस्था, कृषि और मुद्रास्फीति के मोर्चे पर भी विफल रही है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस चुनावों का सामना करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि ‘लोग सबक सिखाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’
पार्टी द्वारा संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित करने के बारे में वेंकैया ने कहा, ‘हम सहमत हैं.’ उन्होंने कहा, ‘वे चर्चा के बाद कार्रवाई नहीं करते. जवाबदेही का पालन नहीं करते. संसदीय उत्तरदायित्व भी चर्चा के समान ही महत्वपूर्ण है.’
संसद का कामकाज बाधित किए जाने का बचाव करते हुए वेंकैया ने कहा, ‘उनकी पार्टी देश के धन के लूट का मूक दर्शक नहीं रह सकती.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस्तीफे के अलावा सभी कोयला आवंटन लाइसेंस को रद्द किया जाना चाहिए और फिर से नीलामी के साथ ही मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए. वेंकैया ने कैग की आलोचना के लिए भी प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेताओं को आड़े हाथों लिया.