बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का ‘गॉडफादर’ होने से इनकार करते हुए आरएसएस के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने शनिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर बीजेपी नेता को पद पर बने रहने या हटाने का निर्णय पार्टी को लेना है.
बीजेपी को करना है गडकरी पर फैसला
संघ को गडकरी का ‘गॉडफादर’ कहे जाने और भ्रष्टाचार के आरोप के मद्देनजर उन्हें हटाने के बारे में संघ के शीर्ष नेतृत्व में दूसरे क्रम के नेता जोशी ने कहा, ‘आप मीडिया के लोग ऐसा कहते हैं. ऐसा नहीं है. गडकरी पर जो आरोप लगे हैं उनके आधार पर उन्हें पद छोड़ने की दरकार नहीं है. गडकरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहना है या उन्हें हटाना है इसका फैसला बीजेपी को करना है.’
बीजेपी का अंदरूनी मामला है
आरोग्य भारती के एक कार्यक्रम में आये जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘गडकरी को बनाये रखना या हटाना यह हमारा विषय नहीं है. इसका फैसला बीजेपी को करना है. यह बीजेपी का अंदरूनी मामला है. गडकरी ने स्वयं कहा है कि उन पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए.’
भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व अध्यक्ष बंगारु लक्ष्मण के पद छोड़ने का दबाव बनाने और गडकरी मामले में दोहरा मापदंड के सवाल पर जोशी ने कहा, ‘यह संघ का विषय नहीं है. इसका जवाब गडकरी और बीजेपी को देना चाहिए.’
बीजेपी और संघ के बीच संबंध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा दोनों अलग-अलग संगठन हैं. गडकरी की मालिकाना कंपनी पूर्ति समूह में संघ के नेताओं के निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘संघ का इससे कोई संबंध नहीं है. संघ से जुडे लोगों को जहां अच्छा समझें, किसी भी संगठन में शामिल होने की स्वतंत्रता हैं.’