भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित 'शहीद श्रद्धांजलि यात्रा' को गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि केंद्र में यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी तो देश की सारी सीमाएं सील की जाएंगी ताकि विदेशी ताकतों से देश को बचाया जा सके और घुसपैठ रोकी जा सके.
यह यात्रा गुरुवार को शुरू होकर 21 अक्टूबर को तवांग (बोमला) में '1962 नेवर अगेन' के नारे के साथ सम्पन्न होगी. भारत-चीन के बीच हुए 1962 के युद्ध के 50 साल पूरे होने पर उन भारतीय सैनिकों के अविस्मरणीय योगदान को याद करने एवं उन शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के उद्देश्य को लेकर भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव सांसद अनुराग सिंह ठाकुर के नेतृत्व में यह यात्रा प्रारम्भ की गई है.
गडकरी ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासन में देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं है इसलिए केंद्र में जब राजग की सरकार बनेगी तो देश की सारी सीमाओं को सील किया जाएगा.
उन्होंने कहा, 'मैंने कई देशों की यात्राएं की हैं और देखा है कि उन्होंने किस प्रकार से अपनी सीमाओं को सुरक्षित कर रखा है. इजरायल जैसा देश जब अपनी सीमाओं को सील कर चाक चौबंद कर सकता है तो हम क्यों नहीं कर सकते.'
असम में बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या के लिए कांग्रेस की वोटबैंक की राजनीति को जिम्मेदार ठहराते हुए गडकरी ने कहा, 'ऊर्जा और अवसंरचना के क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तो ठीक है लेकिन बांग्लादेशियों को बुला-बुलाकर कांग्रेस उन्हें जो प्रोत्सहन दे रही है और वोटबैंक का एफडीआई कर रही है, वह देश को खतरनाक मोड़ की ओर ले जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा चाहते हैं. यह सरकार देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है.' यह यात्रा अपनी कुल 638 किलोमीटर की दूरी चार दिनों में तय करेगी. इसमें कुल पांच जनसभाएं आयोजित की जानी हैं. साथ ही गुवाहाटी से तवांग के मध्य बने युद्ध स्मारकों पर अमर शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित की जाएगी.