भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ आंदोलन कर रहे योगगुरू बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के खिलाफ शनिवार आधी रात के बाद की गयी पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज शाम से राजघाट पर 24 घंटे का सत्याग्रह प्रारंभ किया. इसके साथ ही पार्टी की विभिन्न इकाइयों ने तहसील, जिला और ब्लाक स्तर पर 24 घंटे का सत्याग्रह प्रारंभ किया.
राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट के समक्ष भाजपा नेताओं ने सत्याग्रह शुरू किया. इनमें पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, वरिष्ठ पार्टी नेता लाल कृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद, अनंत कुमार, एस एस अहलूवालिया तथा अन्य अनेक शामिल हैं.
राजघाट पहुंचने से पूर्व इन नेताओं की पार्टी मुख्यालय में एक बैठक हुई जिसमें रामलीला मैदान में मध्यरात्रि में पुलिस कार्रवाई और बाबा रामदेव की हिरासत से उपजी स्थिति पर विचार किया गया. बैठक में सरकार के इस कदम को अलोकतांत्रिक करार दिया गया और देश के कोने-कोने में इसका विरोध करने का फैसला किया गया. बैठक में पार्टी ने काला धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रीय मुहिम चलाने का भी निर्णय किया.
बैठक में भ्रष्टाचार और कांग्रेस नीति संप्रग सरकार की तानाशाही के खिलाफ गांव, तहसील, जिला और ब्लाक स्तर पर भी शाम से 24 घंटे का सत्याग्रह करने का फैसला किया गया.