कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता बी.एस. येदियुरप्पा ने रविवार को पार्टी के केंद्रीय नेता अरुण जेटली से मिलने से इंकार कर दिया और इस बात पर कायम रहे कि वह अपनी अलग पार्टी बनाएंगे, क्योंकि भाजपा उन्हें समझने की इच्छुक नहीं लगती.
येदियुरप्पा घोषणा कर चुके हैं कि वह भाजपा छोड़ देंगे और नौ दिसम्बर को अपने नए संगठन कर्नाटक जनता पार्टी (कजपा) का गठन करेंगे.
येदियुरप्पा ने बनाई 'कर्नाटक जनता पार्टी'
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह जेटली का 'आदर' करते हैं लेकिन "उनसे मिलने और नई पार्टी के गठन के फैसले से पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता.
एक महीने के अंदर यह दूसरा मौका है जब येदियुरप्पा ने जेटली से मिलने से इंकार कर दिया है. जेटली ने अक्टूबर के पहले सप्ताह में येदियुरप्पा के गृह जिले शिमोगा का दौरा किया था, लेकिन उनसे मिलने के बजाय उन्होंने दूरी बनाए रखी.
येदियुरप्पा ने BJP नेतृत्व को जमकर कोसा
येदियुरप्पा ने जोर देते हुए कहा कि नौ दिसम्बर को नई पार्टी के गठन की उनकी योजना बदली नहीं है. (समर्थक मंत्रियों और भाजपा विधायकों का जिक्र करते हुए) भले ही उस दिन कोई मेरे साथ रहे या न रहे.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के 34 सदस्यीय मंत्रिमंडल के लगभग आधे मंत्री हालांकि येदियुरप्पा के प्रति निष्ठावान हैं लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इनमें से कितने मंत्री नई पार्टी में आएंगे.