यूपी की विधानसभा में आज जमकर हंगामा हुआ. बीएसपी के विधायकों ने बजट सत्र के पहले दिन ही हंगामा शुरू कर दिया.
ये अखिलेश सरकार का पहला औपचारिक विधानसभा सत्र है. उन्हें इसी सेशन में बजट पेश करना है. आज पहले दिन ही जब संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए राज्यपाल पहुंचे, तो पहले से ही हंगामे के लिए तैयार बीएसपी के नेताओं ने पोस्टर, बैनर के साथ नारे लगाने शुरू कर दिए. सदन के अंदर करीब 10-12 मिनट तक ये हंगामा चलता रहा.
एक तरफ राज्यपाल बी एल जोशी अभिभाषण पढ़ते रहे तो वहीं दूसरी ओर बीएसपी के विधायक हंगामा करते रहे. काफी देर तक हंगामा करने के बाद बीएसपी ने वॉकआउट कर दिया. इसके पीछे-पीछे कांग्रेस के विधायक भी सदन से बाहर निकल गए. हालांकि कांग्रेस ने राज्यपाल का विरोध नहीं किया, लेकिन कानून-व्यवस्था को लेकर बीएसपी-कांग्रेस साथ-साथ थी.
वैसे, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को अपने सरकारी आवास में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी विपक्षी दलों से जन समस्याओं पर बेहतर चर्चा करने के लिए सदन में शांति बनाए रखने में सहयोग की अपील की थी.
उधर, सपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि बसपा ने अपने शासन में प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है, तमाम घोटालों के उजागर होने से वह बौखलाई हुई है. सदन में बचाव की मुद्रा में होने के अलावा बसपा के पास कोई चारा नहीं है.
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर उनसे अपने अभिभाषण में पेट्रोल की दरों में अप्रत्याशित वृद्धि, किसानों का उत्पीड़न, विद्युत आपूर्ति, और बिगड़ी कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को सम्मिलित करने का आग्रह किया.
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में सपा सरकार की प्रशासिनक अक्षमता एवं असफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा की सरकार बने दो माह से अधिक हो चुके हैं फिर भी प्रदेश की कानून व्यवस्था जर्जर है.