scorecardresearch
 

यहां बगावत नहीं, बात करने आए हैं: रामदेव

बाबा रामदेव ने अपने आंदोलन के दूसरे चरण में रामलीला मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, हम किसी पार्टी के खिलाफ नहीं हैं. हम यहां बगावत करने नहीं आए.' उन्‍होंने यह भी कहा कि यह किसी व्‍यक्ति की नहीं बल्कि देश की लड़ाई है.

Advertisement
X

बाबा रामदेव ने अपने आंदोलन के दूसरे चरण में रामलीला मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, हम किसी पार्टी के खिलाफ नहीं हैं. हम यहां बगावत करने नहीं आए.' उन्‍होंने यह भी कहा कि यह किसी व्‍यक्ति की नहीं बल्कि देश की लड़ाई है.

Advertisement

- बाबा रामदेव ने कहा, सड़कों पर उतरें लोग, शाम पांच बजे से पूरे देश में आंदोलन. उन्‍होंने कहा, 'हम बगावत करने नहीं आए.'
- किसी पार्टी के खिलाफ नहीं, सभी का स्‍वागत है.
- हमने अपने द्वार बंद नहीं किए हैं बल्कि हम तो आए ही हरि के द्वार से हैं.
- किसी मजहब के लिए लड़ाई नहीं बल्कि देश की लड़ाई है.
- किसी को सत्ता से हटाने नहीं आए, देश के लिए काम करने के लिए आए हैं.
- हम बगावत करने नहीं आए: बाबा रामदेव.
- हमारे लिए देश मुद्दा है ना कि व्‍यक्ति.
- लोकपाल तो बनाना ही होगा. इसी सत्र में मजबूत लोकपाल लाए सरकार.
- शहीदों की शहादत की बदौलत मिली आजादी को हम निलाम नहीं होने देंगे.
- बातचीत के दरवाजे खुले.
- रामलीला मैदान में जनता भीख नहीं मांगती.
- कालेधन भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मुहिम.
- जनता अपना हक मांग रही है दूसरों का नहीं.
- किसी पर टिप्‍पणी नहीं करूंगा.
- अन्‍ना के सामाजिक एजेंडे के साथ हूं.
- विधायिका कार्यपालिका पर उठ रहे हैं सवाल.
- भ्रष्‍टाचार मिटाने के लिए सरकार को तीन काम करने चाहिए:
पहला: मजबूत लोकपाल बनाया जाए और उसकी नियुक्ति की प्रक्रिया पारदर्शी और निष्‍पक्ष हो, लोकपाल मजबूत होना चाहिए मजबूर नहीं. आगे लोकपाल संशोधन होते रहेंगे. लोकपाल पर अडि़यल रवैया ठीक नहीं.
दूसरा: सीबीआई स्‍वायत्त होना चाहिए और उसके निदेशक की नियुक्ति 5 लोग मिलकर करें. इनमें दो सत्ता पक्ष के, दो विपक्ष के तथा एक जज शामिल हों. सीबीआई निष्‍पक्ष रहे तो भ्रष्‍टाचार खत्‍म होगा. सीवीसी की नियुक्ति भी ईमानदारी से हो.
- 20 हजार लाख करोड़ का चिट्ठा खोलूंगा और सरकारी दस्‍तावेजों के आधार पर बताउंगा.
- ये देश केवल राजनीतिक दलों का नहीं है.

Advertisement
Advertisement