योगगुरु बाबा रामदेव के अनशन के अंतिम दिन मंगलवार को उस समय उन्हें एक आश्चर्यजनक समर्थन मिला जब पूर्व टीम अन्ना के सदस्य रहे अरविंद केजरीवाल ने लोगों से योगगुरु को समर्थन देने का अनुरोध किया लेकिन साथ ही उन्हें राजनीतिक दलों के खिलाफ चेतावनी दी जो ‘भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं.’
किरण बेदी को छोड़कर पूर्व टीम अन्ना का कोई भी सदस्य विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिये रामलीला मैदान नहीं गया था क्योंकि हजारे पक्ष का एक धड़ा रामदेव के साथ किसी भी जुड़ाव के खिलाफ है. हजारे भी रामलीला मैदान नहीं गये जबकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से आश्वासन दिया था कि वे विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे.
केजरीवाल ने सुबह माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, ‘कुछ लोग इसे स्वामी रामदेव बनाम टीम अन्ना के मुद्दे के रूप में पेश कर रहे हैं. यह ऐसा नहीं है. यह भ्रष्टाचार बनाम भारत की जनता है. लोगों को एकजुट होकर खड़े होना चाहिये.’
केजरीवाल ने कहा, ‘हम स्वामी रामदेव के विरोध प्रदर्शन और उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों का समर्थन करते हैं. हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे इस कार्य का समर्थन करें. लेकिन हम उन पार्टियों के खिलाफ चेतावनी दे रहे हैं जो अपना समर्थन दे रही हैं. वे भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई हैं और उनका समर्थन केवल एक अवसरवाद है.’
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई जब कुछ घंटे बाद रामदेव ने कालेधन को लेकर चलाये जा रहे अनशन को छठे दिन खत्म कर दिया. इससे पहले टीम अन्ना ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने पर योगगुरू बाबा रामदेव की आलोचना की थी.