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आज आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे रामदेव

कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे योगगुरु बाबा रामदेव रविवार को अपने आंदोलन के आगे की रणनीति तय करने वाले हैं. इस बीच पूर्व सेनाध्‍यक्ष जनरल वी.के. सिंह दोपहर 3.00 बजे रामलीला मैदान पहुंचने वाले हैं. टीम अन्‍ना की अहम सदस्‍य रहीं किरण बेदी भी रविवार को रामलीला मैदान पहुंचेंगी.

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कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे योगगुरु बाबा रामदेव रविवार को अपने आंदोलन के आगे की रणनीति तय करने वाले हैं. इस बीच पूर्व सेनाध्‍यक्ष जनरल वी.के. सिंह दोपहर 3.00 बजे रामलीला मैदान पहुंचने वाले हैं. टीम अन्‍ना की अहम सदस्‍य रहीं किरण बेदी भी रविवार को रामलीला मैदान पहुंचेंगी.

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अनशन का तीसरा दिन शनिवार को खत्म गया. अब रामदेव के सामने सवाल खड़ा है कि वो आगे क्या करेंगे. क्या वो आंदोलन खत्म कर देंगे या फिर कोई और फैसले से हर किसी को चौका देंगे. सस्पेंस बड़ा है लेकिन रामदेव ने खुद कहा है कि इस पर से वो पर्दा रविवार को ही हटा देंगे.

रामदेव ने अपनी तमाम मांगों पर गौर फरमाने के लिए केंद्र सरकार को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था. लेकिन सरकार की ओर से रामदेव के आंदोलन की अनदेखी करने और कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद हर कोई यही जानना चाहता है कि अनशन के 3 दिन बाद अब आगे क्या करेंगे योगगुरु रामदेव.

रामदेव ने पहले तो शनिवार शाम को ही अपनी आगे की रणनीति की घोषणा करने का दावा किया था लेकिन अब उन्होंने रविवार को अपने आंदोलन के लिए आगे की रणनीति का खुलासा करने का एलान किया है.

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अब ये रविवार को साफ हो जाएगा कि रामदेव का अनशन किस दिशा में जाएगा. अपने अनशन के तीसरे दिन उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन तब तक नहीं रुकेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती, लेकिन उन्हें आंदोलन का तरीका बदलना होगा. रामदेव के मुताबिक उनके सिद्धांत नहीं बदलेंगे लेकिन वक्त के हिसाब से उनकी रणनीति में बदलाव की जरूरत है.

हालांकि अपने अनशन के पहले 2 दिनों तक रामदेव यही कहते आए थे कि उनका कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है लेकिन अनशन के तीसरे दिन उन्होंने ये कहकर सबको हैरानी में डाल दिया कि उनके अगले मिशन के लिए लाखों कार्यकर्ताओं की ज़रूरत है.

भविष्य की योजना पर अपने सहयोगियों के साथ बैठक करने के बाद रामदेव ने कहा हैं कि ग्राम सभा और सांसदों से जुटाए गए समर्थन पत्रों को वो राष्ट्रपति को सौंपेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि कार्रवाई के लिए वो सरकार पर दबाव बनाएं.

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