योगगुरु बाबा रामदेव ने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र सरकार और कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है.
बाबा रामदेव ने कहा कि वे किसी खास राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि कालेधन के खिलाफ बोलना एक ही पार्टी को बुरा क्यों लगता है? उन्होंने सवाल खड़ा किया कि देश को लूटने वाले उत्तराखंड को क्या बचाएंगे? साथ ही उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बगैर इशारों-इशारों में आरोप लगाते हुए पूछा कि एक ही पार्टी को संतों का डर क्यों है?
देश की समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए रामदेव ने कहा कि निश्चित रूप से भूख राष्ट्रीय शर्म का विषय है. साथ ही उन्होंने तीखे लहजे में सवाला दागा कि आखिर इसकी जिम्मेदारी किसकी बनती है? उन्होंने सरकार की कथित दमनकारी नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वयं उन्हें भी लोकतंत्र के लिए खतरा बताया गया. बहरहाल, बाबा रामदेव का केंद्र सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार जारी है.