योगगुरु बाबा रामदेव ने मैच फिक्सिंग के ताजा आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस सांसद पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी अजहरुद्दीन का बचाव करने वाले पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सियासत में कुछ ऐसे ‘चरित्रहीन’ लोग हैं, जो हर बुरे आदमी को अच्छा होने का प्रमाणपत्र बांट रहे हैं.
भारत स्वाभिमान यात्रा के तहत मिर्जापुर पहुंचे रामदेव ने संवाददाताओं से बातचीत में दिग्विजय द्वारा अजहरुद्दीन का बचाव किये जाने सम्बन्धी सवाल पर कहा, ‘राजनीति में कुछ ऐसे चरित्रहीन लोग हैं, जो हर बुरे आदमी को अच्छा होने का प्रमाणपत्र दे रहा है और सच्चे, देशभक्त तथा ईमानदार लोगों को ठग बता रहे हैं. देश उन्हें सबक सिखाएगा.’
गौरतलब है कि पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी विनोद काम्बली ने भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान और मौजूदा कांग्रेस सांसद अजहरुद्दीन पर वर्ष 1996 में हुए विश्वकप टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले में शायद फिक्सिंग करने का आरोप लगाया था. इस पर दिग्विजय ने अजहरुद्दीन का बचाव करते हुए इसके पीछे राजनीतिक साजिश का अंदेशा जाहिर किया था.
योगगुरु ने कांग्रेस के एक अन्य महासचिव राहुल गांधी पर भी कड़े प्रहार किये. उन्होंने कहा ‘राहुल प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं, जबकि वह इस दौड़ से बाहर हैं. जो नेता काला धन वापस लाएगा और भ्रष्टाचार को मिटाएगा, वही प्रधानमंत्री बनेगा.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के पास अभी यह काम करने का मौका है मगर वह ऐसा नहीं कर रही है.’
रामदेव ने दावा किया कि कांग्रेस अगर विदेश में जमा भारतीयों के काले धन को राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित नहीं करती तो देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा. उन्होंने मांग की कि बोफोर्स तोप सौदे में दलाली से लेकर दिल्ली में पिछले साल सम्पन्न राष्ट्रमंडल खेलों तक जितने भी घोटाले हुए हैं, उनमें शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दुनिया के विभिन्न मुल्कों में उनके द्वारा जमा धन के बारे में जानकारी मांगी जाए.
रामदेव ने कहा कि कांग्रेस को उन सभी बेईमानों से हिसाब लेना चाहिये जिन्होंने विदेशी बैंकों में काला धन जमा कर रखा है. अगर यह पार्टी इस काले धन को राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित नहीं करती है तो देश उसे कभी माफ नहीं करेगा.
उन्होंने नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जिस दिन काले धन पर कार्रवाई शुरू होगी, उस दिन पता चलेगा कि जिन्हें हम खानदानी नेता समझ रहे थे उनमें से 99 प्रतिशत तो खानदानी लुटेरे हैं.’