दिल्ली के जंतर मंतर पर योगगुरु बाबा रामदेव ने रविवार को संसद मार्ग पर जमकर गरजे. उन्होंने कहा है कि 4 जून से नया आंदोलन शुरु होगा जो अगस्त तक चलेगा.
इससे पहले रामदेव और टीम अन्ना के बीच का विवाद सतह पर आ गया. रामदेव के मंच से अरविंद केजरीवाल ने नेताओं के नाम लेकर उन पर आरोप लगाए तो बाबा रामदेव ने खड़े होकर केजरीवाल को टोक दिया. उन्होंने केजरीवाल को याद दिलाया कि साझा अनशन से पहले ये तय किया गया था कि अनशन के मंच से किसी भी नेता का नाम लेकर आरोप नहीं लगाए जाएंगे. रामदेव के मुताबिक नाम लेने से भ्रम फैलता है.
बाबा रामदेव ने कहा कि नोट में खोट है, बड़े नोटों को बंद करे सरकार. साथ ही बाबा रामदेव ने कहा कि मैं किसी पार्टी का एजेंट नहीं. रामदेव ने कहा कि कालेधन को देश में वापस लाने में सरकार को दिक्कत क्यों हो रही है. रामदेव ने कहा कि एफडीआई से करीब 80 प्रतिशत कालाधन आया है.
बाबा रामदेव ने कहा कि हम कोई साजिश नहीं कर रह हैं. साथ ही रामदेव ने कहा कि कुछ लोगों ने देश की करोड़ों की संपत्ति लूट ली है. रामदेव ने कहा कि देश के संवैधानिक पदों पर कमजोर लोग बैठे हैं.
बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ईमानदारी के उनके दावे पर्याप्त नहीं हैं. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ दिनभर के अनशन पर बैठे रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि 'मैं ईमानदार हूं', लेकिन देश आप को व्यक्तिगत तौर पर नहीं देखता. देश एक ईमानदार व्यक्ति के रूप में आपका सम्मान करता है, लेकिन आपको राजनीतिक रूप से भी ईमानदार होना चाहिए. देश आपको एक सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के रूप में देखता है. आपकी व्यक्तिगत ईमानदारी पर्याप्त नहीं है. अपना मंत्रिमंडल ईमानदार रखिए.