बाबा रामदेव की सेहत की जांच कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही है. अनशन के सातवें दिन उनकी हालत संतोषजनक नहीं है और आगे उनकी तबीयत चिंता बढ़ा सकती है.
विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाने और भ्रष्टाचार के खात्मे के लिये अनशन कर रहे योग गुरु बाबा रामदेव की हालत अनशन के सातवें दिन चिंताजनक हो गई. डॉक्टरों ने बाबा रामदेव को तुरंत सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती करने की सलाह दी है.
हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी योगेश शर्मा ने बाबा की नियमित जांच के बाद संवाददाताओं को बताया कि बाबा के शरीर की वसा अब पिघलने लगी है जो बेहद हानिकारक है. डाक्टर शर्मा ने बताया कि इससे बाबा के मस्तिष्क को अपूरणीय क्षति पहुंच सकती है. उन्होंने बताया कि बाबा का वजन 58.5 किलोग्राम हो गया है और रक्तचाप में चिंताजनक गिरावट आई है.
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव का रक्तचाप सुबह 104/70 मापा गया है तथा उनकी पल्स दर 58, प्रति मिनट चल रही है जो ह्दयाघात का कारण बन सकती है. डाक्टर शर्मा ने कहा कि इसके अलावा डाक्टरों को बाबा के मूत्र में एल्ब्युमिन का भी पता लगा है. बाबा के गुर्दों पर भी दुष्प्रभाव पड़ना शुरू हो गया है.
उन्होंने बताया कि बाबा ग्लूकोज लेने के लिये राजी हो गये हैं. डाक्टर शर्मा ने बताया कि शाम तक बाबा को ग्लुकोज चढ़ाये जाने की संभावना है. उन्होंने कहा कि बाबा के निकट सहयोगी आचार्य बालकृष्ण की हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि बालकृष्ण का वजन 73.5 किलोग्राम, रक्तचाप 124/74 और पल्स दर प्रति मिनट 74 है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि पूरे हालात के बारे में जिलाधिकारी को फैक्स से सूचना भेज दी गई है. आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर बाबा रामदेव से मुलाकात कर सकते हैं. श्री श्री रविशंकर अपने पिता की अस्थियां विसर्जित करने के लिये दोपहर बाद हरिद्वार पहुंचेंगे.