बिहार के अररिया जिले में गरीबी के कारण एक महिला द्वारा अपने बच्चे को महज 62 रुपये में बेचेने के मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चिंता का विषय करार देते हुए कहा कि सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सरकार के संज्ञान में यह बात आई है. पूरी तरह से इस मामले में कार्रवाई होगी. हमारे यहां बेसहारा लोगों को मदद करने की योजना भी चलाई जा रही है.’ उन्होंने कहा कि इस प्रकार के इक्के दुक्के मामले आते हैं. यह सामाजिक समस्या है. फिर भी इस प्रकार की घटनाओं को संवेदनशीलता के साथ देखना चाहिए. सरकार हीं नहीं सबके लिए यह चिंता का विषय है. समाज के लोगों की भी जिम्मेदारी बनती है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाये.
उल्लेखनीय है कि मीडिया में कुछ दिन पहले खबरें आयी थी कि अररिया के फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर एक महिला ने कथित तौर पर गरीबी के कारण 62.50 रुपये में अपने एक बच्चे को एक नेपाली दंपति को बेच दिया था.
राज्य में कम बारिश के मद्देनजर खरीफ की फसल पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सरकार इस पर लगातार नजर बनाये हुए है. विकास आयुक्त और मुख्य सचिव लगातार समीक्षा कर रहे हैं. जहां कम बारिश हुई वहां सिंचाई के लिए छह से आठ घंटे बिजली उपलब्ध कराने को कहा गया है.’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कृषि सलाहकार मंगला राय कम बारिश के मद्देनजर वैकल्पिक फसल योजना और आकस्मिक योजना भी बना रहे हैं. सरकार हर प्रकार की स्थिति से निपटने को तैयार है.