दिल्ली वाले बारिश का इंतज़ार भले ही बेसब्री से कर रहे हैं, लेकिन इस बार की बारिश भी राहत के साथ मुसीबत लेकर आने वाली है. वजह बाऱिश नहीं बल्कि खराब सड़कें हैं, जो बारिश में दिल्लीवालों के जी का जंजाल बनने वाली हैं. ट्रैफिक पुलिस से मिली लिस्ट में से ज्यादातर सड़कों को एमसीडी ने रिपेयर करने से मना कर दिया है, क्योंकि ये सड़कें अब पीडब्ल्यूडी को ट्रांसफर कर दी गईं है.
गड्ढों से भरी सड़कें और हिचकोले खाती गाड़ियां, जब बारिश का पानी गड्ढों में भरेगा और सड़कों की हालत बद से बदतर होगी, तो सड़क पर चलने वालों की शामत आना तय है. ट्रैफिक पुलिस ने 400 से ज्यादा सडकों की सूची एमसीडी को थमा दी है, लेकिन एमसीडी का कहना है कि इनमें से ज्यादातर सड़कें पीडब्ल्यूडी के पास ट्रांसफर हो गई हैं. ऐसे में वो सिर्फ उन्हीं सडकों के गड्ढे भरेगी, जो उसकी हद में आती हैं.
एमसीडी के तीन हिस्सों में बंटने से तालमेल की कमी पहले ही है, अब पीडब्ल्यूडी को ट्रांसफर हुई सड़कों की मरम्मत के मुद्दे ने मामले को और पेचीदा बना दिया है. आलम ये है कि आरोपों का सिलसिला बारिश से पहले शुरू हो गया.
नार्थ एमसीडी में सदन के नेता महेंद्र नागपाल के अनुसार पीडब्यूडी ने सड़कें ले ली, लेकिन उनकी हालत क्या है. मरम्मत के नाम पर कुछ नहीं किया, सारी बड़ी सड़कें अब पीडब्ल्यूडी के पास है, हमारे पास इंटरनल रोड हैं, जिन पर हमने पहले ही काम कर दिया है, इसीलिए हम चुनाव भी जीते हैं.
अभी तो दिल्ली में बारिश हुई नहीं है और खराब सड़कों की गिनती बढ़ती जा रही है, ऐसे में बाऱिश होने के बाद क्या हाल होगा, अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है. दिल्ली में यूं भी बारिश राहत कम और मुसीबत ज्यादा लाती है. लेकिन इस बार तो मुसीबतें पहले ही मुंह बाए खड़ी हैं. ऐसे में तय है कि बारिश के बाद दिल्ली वालों को खराब सड़कों से जूझना पड़ेगा.