शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने लालकृष्ण आडवाणी द्वारा असम हिंसा पर संसद में दिए गए बयान का समर्थन किया है.
पार्टी के मुखपत्र सामना में लिए गए लेख में ठाकरे ने लिखा है यूपीए सरकार को लेकर आडवाणी ने जो कुछ भी कहा था वो बिल्कुल सही था. आडवाणी ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया था वो सही था. अगर यूपीए-1 के लिए अवैध शब्द सही है तो यूपीए-2 के लिए भी सही है क्योंकि यूपीए-2 के भी काम अवैध हैं.
ठाकरे ने यह भी लिखा है कि आडवाणी को अपने शब्द वापस लेने की जरूरत नहीं थी. गौरतलब है कि लोकसभा में असम हिंसा पर चर्चा के दौरान लालकृष्ण आडवाणी ने यूपीए-1 सरकार को अवैध कहा था जिसके बाद सदन में हंगामा खड़ा हो गया था और आडवाणी को अपने शब्द वापस लेने पड़े थे. आडवाणी के बयान पर सोनिया गांधी भी तमतमा गई थी.
ठाकरे ने यह भी लिखा है कि सीबीआई का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने यह भी लिखा है कि बांग्लादेशियों को लेकर वोट बैंक की राजनीति हो रही है. ठकारे ने अपने लेख में सोनिया गांधी की नागरिकता पर भी सवाल उठाए हैं और लिखा है कि कानून की बात हो तो सोनिया गांधी भी भारत की नागरिक नहीं हैं.