देव आनंद के निधन से दुखी शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने सोमवार को अपनी पार्टी के मुखपत्र 'दोपहर का सामना' में देव आनंद को 'लव बर्ड' कहकर श्रद्धांजलि दी. ठाकरे ने 'दोपहर का सामना' के पहले पृष्ठ पर लिखा, 'देव आनंद जीवन से भरपूर थे. उनमें जीने का उत्साह था.'
देव आनंद का रविवार को लंदन में निधन हो गया. वह 88 साल के थे. ठाकरे ने कहा, 'वह हमेशा तेज चलते थे और जल्दी-जल्दी बोलते थे, उनमें सब कुछ बहुत तेज था. उनकी जिंदगी में न अल्पविराम था और न पूर्णविराम. उनका दिल साफ था. ऐसा था मेरा मित्र.'
देव आनंद के साथ 1945 से शुरू हुई अपनी मित्रता को याद करते हुए ठाकरे ने कहा, 'मैंने देव आनंद के फिल्मी करियर का सूर्योदय देखा था. उन दिनों अक्सर हमारी मुलाकातें होती थीं.' दक्षिण मुम्बई के गिरगांव में सेंट्रल सिनेमा था और ठाकरे वहां महालक्ष्मी के फेमस स्टूडियो में पत्रकार के तौर पर काम करते थे.
प्रभात मूवीज कम्पनी के डूब जाने के बाद बाबूराव पाई ने इस स्टूडियो को स्थापित किया था. उन्होंने कहा, 'उनके दिनभर की शूटिंग खत्म करने के बाद हम मिलते थे और अक्सर निकट के चारनी रोड स्टेशन तक साथ जाते थे. वहां वह रेलगाड़ी के पहली श्रेणी के डिब्बे में और मैं तीसरी श्रेणी के डिब्बे में चढ़ जाता.' बाद में देव आनंद ठाकरे के बांद्रा स्थित आवास मातोश्री में जाने लगे थे और कई समारोहों में भी उनकी मुलाकातें होती रहीं.
ठाकरे ने कहा, 'हम पार्टियों में मिलते और साथ खाना खाते. वह हमेशा बहुत ज्यादा बोलते और चलते रहते थे.' उन्होंने कहा, 'अचानक मेरा दोस्त दूर चला गया. मैं उनसे मिलना और बात करना चाहता था लेकिन वह हमसे बहुत दूर लंदन चले गए. यह वास्तव में दुखद था.' उन्होंने कहा, 'मैं अपनी ओर से, उद्धव ठाकरे की ओर से और सभी शिव सैनिकों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले.'