फर्जी पासपोर्ट मामले में फंसे रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण की मुसीबत और बढ़ सकती है. बालकृष्ण की नागरिकता पर उठे विवाद के बाद अब वो जन्म प्रमाण पत्र के फर्जीवाड़े में फंस सकते हैं.
इस कड़ी में बालकृष्ण का दो जन्म प्रमाण पत्र सामने आया है..ये दोनों जन्म प्रमाण पत्र बालकृष्ण का है और अलग अलग समय पर जारी किया गया है. और इन दस्तावेजों से भी बालकृष्ण की असलियत पर संदेह बढ़ गया है.
हरिद्वार नगर पालिका से बना पहला जन्म प्रमाण पत्र 1997 में जारी किया गया है और इसमें बालकृष्ण के माता पिता की नागरिकता भारतीय दिखाई गई है. जबकि ये साबित हो चुका है कि बालकृष्ण के माता पिता नेपाल के हैं और वहीं उनका घर भी है. इसी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर उनका पासपोर्ट भी बना था.
दूसरा जन्म प्रमाण पत्र 2006 में जारी किया गया है. और इसमें बालकृष्ण के माता पिता की नागरिकता नेपाली दिखाई गई है.
हालांकि दोनों ही जन्म प्रमाण पत्र में उनके माता पिता का स्थायी पता कनखल हरिद्वार ही दिखाया गया है. दरअसल 2005 में खुफिया विभाग ने बालकृष्ण के पासपोर्ट की जांच शुरू कर दी थी और माना जा रहा है कि इसी जांच के बाद बालकृष्ण की तरफ से आवेदन देकर माता पिता की नागरिकता नेपाली दिखाई गई.