भारत-बांग्लादेश के सरहद क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आठ जवानों द्वारा एक बांग्लादेशी नागरिक को निर्वस्त्र करके पीटने की घटना की बी एस एफ के महानिदेशक यूके बंसल ने कड़े शब्दों में भर्त्सना की और कहा कि कोई भी कानून इस तरह के अमानवीय बर्ताव की इजाजत नहीं देता.
पिछले महीने की इस घटना का वीडियो सामने आने पर जब संवाददाताओं ने बंसल से प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, ‘ऐसे कृत्यों से बीएसएफ की छवि खराब होती है। कोई कानून इस तरह के अमानवीय व्यवहार की इजाजत नहीं देता. लिहाजा हम बल में ऐसे व्यवहार की भर्त्सना करते हैं.’
गौरतलब है कि बीएसएफ ने इस मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में अपने आठ जवानों के प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने के बाद उनके कोर्ट मार्शल की कार्रवाई के आदेश दिये हैं. इसके दौरान ये जवान बचाव में अपना पक्ष रख सकते हैं.
बंसल ने आश्वस्त किया कि भारत और बांग्लादेश के ‘अति मधुर संबंधों’ को देखते हुए बीएसएफ ऐसा कोई काम नहीं करेगा, जिससे इन रिश्तों में खटास आये लेकिन भारतीय सीमाओं की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को कानूनी तरीके से निभाने में बल कोई कसर भी नहीं छोड़ेगा.
उन्होंने कहा, ‘कभी-कभार देश की पूर्वी और पश्चिमी सरहदों पर बीएसएफ का आपराधिक तत्वों से मुकाबला हो जाता है. इन हालात में हम कानूनों के तहत अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं और न्यूनतम बल प्रयोग से अपना बचाव करते हैं.’