केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि बटला हाउस मुठभेड़ फर्जी नहीं थी और उसकी दुबारा जांच का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी नेता दिग्विजय सिंह को जो भी विचार हैं वो उनके निजी विचार हैं. गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह समय-समय पर से बटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी करार देते रहे हैं और इसकी दुबारा जांच की मांग करते रहे हैं.
मीडिया पर मंत्रियों के समूह की बैठक के बाद चिदम्बरम ने संवाददाताओं से कहा, 'बटला हाउस मुठभेड़ सही थी, और इस मामले को दोबारा खोलने की कोई सम्भावना नहीं है.' ज्ञात हो कि कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले कहा कि बटला हाउस मुठभेड़ फर्जी हो सकता है। उनके इस टिप्पणी के बाद चिदम्बरम ने यह बयान दिया.
उल्लेखनीय है कि 19 सितम्बर 2008 को दिल्ली के ओखला इलाके में स्थित बटला हाउस में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दो संदिग्ध आतंकवादी मारे गए थे. दोनों संदिग्ध आतंकवादी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले थे. इस मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस के निरीक्षक एम.के. शर्मा शहीद हो गए. चिदम्बरम ने कहा कि इस मामले में सिंह की अपनी व्यक्तिगत राय है जबकि उनकी राय अलग है.
बुधवार को भी दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से इस घटना को उठाते हुए इसे ‘फर्जी’ बताया था. उन्होंने कहा था कि वह हमेशा से बटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी मानते रहे हैं और सरकार और गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच कराने की कोशिश की लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पायी. सिंह ने आजमगढ में कहा था, ‘प्रधानमंत्री और गृह मंत्रालय की राय थी कि मुठभेड़ वास्तविक थी. इसलिए मैंने इस पर बाद में दबाव नहीं बनाया.’
उधर बीजेपी ने भी इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधा है. बीजेपी ने सरकार और कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि ये दोनों बटला हाउस मुठभेड़ को लेकर दो तरह की बातें कर रहे हैं. उसने कहा कि एक ओर गृह मंत्री पी चिदंबरम उसे सही मुठभेड़ बता रहे हैं तो कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह इसे फर्जी कह रहे हैं.
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां कहा, अगर गृह मंत्री के रूप में चिदंबरम बटला हाउस मुठभेड़ को असली मुठभेड़ कह रहे हैं तो कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की उपस्थिति में दिग्विजय इसे आजमगढ़ में फर्जी मुठभेड़ क्यों बता रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे में लोग किसकी बात पर यकीन करें. प्रसाद ने कहा कि मामले को स्पष्ट करने के लिए क्या सोनिया गांधी या राहुल गांधी अपने मुंह खोलेंगे या फिर वोट बैंक की राजनीति के लिए वह इस बारे में चुप्पी साधे रखेंगे. सियासी रणनीति के तहत बटला हाउस घटना को लेकर कांग्रेस और सरकार पर दो मुंही बातें करने का आरोप लगाते हुए प्रसाद ने कहा कि यह देश को अस्वीकार्य है और ऐसा खेल बंद होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर दिग्विजय राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड कर रहे हैं तो सोनिया को उन्हें पार्टी के महासचिव पद से तुरंत इस्तीफा देने को कहना चाहिए या बख्रास्त करना चाहिए.