कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर किस्मत एक बार फिर से मेहरबान हो सकती है. सीएम की कुर्सी पर दोबारा बैठने की जुगत में कई दिनों से जुटे येदियुरप्पा की यह मुराद जल्द ही पूरी हो सकती है.
कर्नाटक के ताजा घटनाक्रम और सियासी समीकरणों से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि बीजेपी येदियुरप्पा को फिर से कर्नाटक में सत्ता की चाभी सौंप सकती है. हालांकि इस बारे में अभी अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है.
कर्नाटक के सियासी संकट के बीच ही बीजेपी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर जल्द ही उचित फैसला करेगी. नितिन गडकरी ने येदियुरप्पा से धैर्य रखने को कहा है.
दूसरी ओर कर्नाटक से आने वाले बीजेपी के 12 सांसद सोमवार शाम नितिन गडकरी से मुलाकात करने वाले हैं. माना जा रहा है कि ये सांसद भी येदियुरप्पा का समर्थन कर सकते हैं.
मामला इस बात से भी दिलचस्प हो गया है कि येदियुरप्पा अपनी पार्टी के 55 विधायकों को अपने साथ बैंगलोर के निकट एक रिजॉर्ट पर दो बसों के जरिए ले गए हैं. इतना ही नहीं, येदियुरप्पा ने 15 और विधायकों के समर्थन का भी दावा किया है.
येदियुरप्पा का दावा है कि पार्टी के 120 विधायकों में से 70 का समर्थन उनके पास है. उन्होंने कहा कि सभी एक स्थान पर इकट्ठा हो रहे हैं, ताकि पार्टी नेतृत्व को स्थिति को पता चले और नेतृत्व शीघ्र सही निर्णय ले.
गौरतलब है कि कभी येदियुरप्पा के कट्टर विरोधी रहे ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टार भी उनके समर्थन में आ गए हैं. बहरहाल, कर्नाटक का सियासी ड्रामा